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अनूपपुर । *सचिव का कारनामा -निर्माण हुआ नहीं सचिव ने निकाल दिया पैसा*

*सचिव का कारनामा -निर्माण हुआ नहीं सचिव ने निकाल दिया पैसा*
*अजय नामदेव ब्यूरो चीफ अनूपपुर*
इंट्रो- आचार संहिता लगते ही ग्राम पंचायतों में सचिवों ने भ्रष्टाचार मचा रखा है जिसका जीता जागता उदाहरण बदरा जनपद के ग्राम पंचायत फुलकोना में पदस्थ सचिव लल्लू राम केवट ने कर दिखाया है बिना निर्माण कार्य ही तीन लाख से ऊपर की राशि आहरित कर ली है अब जिम्मेदार ऐसे भ्रष्ट सचिव के ऊपर क्या कार्यवाही करते हैं ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की नजर बनी हुई है !
अनूपपुर- जिले के बदरा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत फुलकोना सचिव ने बिना उपयंत्री के मूल्यांकन किए ही पुलिया के नाम पर 3 लाख 10 हज़ार की राशि आहरित कर ली है मौके में पुलिया के नाम पर अभी सिर्फ नीव की खुदाई हुई है जबकि निर्माण कार्य जारी नहीं हुआ, बताया गया कि ग्राम पंचायत के सहदेव खेत के पास 14वां वित्त से पुलिया का निर्माण कार्य कराया जाना था आचार संहिता को देखते हुए सचिव ने आनन-फानन में हीरा नामक व्यक्ति के नाम लाखों के बिल निकाल लिए जबकि निर्माण के नाम पर कुछ हुआ ही नहीं ना तो स्थल में गिट्टी, रेता, सीमेंट है ही नहीं ,फिर पैसा किस बात का निकला इसकी जानकारी ना तो उपयंत्री को है ना ही जिम्मेदार अधिकारियों को ,अगर पता है तो सिर्फ ग्राम पंचायत के सचिव लल्लू राम केवट को अब देखना होगा कि ऐसे भ्रष्ट सचिवों के विरुद्ध जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं !
सचिव को लग चुकी है तबादले की भनक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फुलकोना ग्राम पंचायत के सचिव लल्लूराम केवट को अपने तबादले की भनक लग चुकी है उन्हें यह पता है कि ग्राम पंचायत में 3 वर्ष से ऊपर हो गए हैं और आचार संहिता को देखते हुए कभी भी उनका तबादला किया जा सकता है इसलिए सचिव लल्लू राम ने भ्रष्टाचार करने की नियत से बिना निर्माण कार्य हुए ही लाखों की राशि आहरित कर ली, अब सचिव का कहना है की 14वां वित्त के पैसे पर उपयंत्री के मूल्यांकन नहीं लगते इसलिए हमने पैसे निर्माण कार्य के नाम पर निकाल लिए जबकि उपयंत्री को इसके बारे में कोई भनक ही नहीं है !
बिना लेआउट ही हो रहा पुलिया का निर्माण
ग्राम पंचायत में कराए जा रहे पुलिया निर्माण की जानकारी उपयंत्री नेहा सिंह को नहीं है ना ही इनके द्वारा निर्माण कार्य करने के लिए लेआउट दिया गया है पैसे आहरित करने के दौरान निर्माण कार्य का मूल्यांकन किया गया तो फिर सचिव ने अपने आप ही उपयंत्री का भी जिम्मा संभालते हुए पैसे आहरित कर लिए गौरतलब है कि पूर्व में भी सचिव के भ्रष्टाचार उजागर हुए थे तो वही एक हितग्राही से संबल कार्ड बनाने के नाम पर 25000 रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी पर जिम्मेदारों ने आज तक ऐसे भ्रष्ट सचिव के विरुद्ध किसी प्रकार से कार्यवाही नहीं की इसलिए ग्राम पंचायत में पदस्थ लल्लू राम केवट के हौसले बुलंद हैं !

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