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सिंचाई खण्ड इटावा के गैराज में निकला 5 फ़ीट लम्बा साँप सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू

जिला ब्यूरो चीफ प्रवीन कुमार की खास रिपोर्ट 

 

सिंचाई खण्ड इटावा के गैराज में निकला 5 फ़ीट लम्बा साँप सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू

 

कर्मचारी बोले -आपके द्वारा लगातार जानकारी मिलते रहने से अब हमे कोई भी साँप देखकर डर ही नहीं लगता।

 

 

 

 

इटावा । थाना सिविल लाइन्स क्षेत्र के अन्तर्गत नुमाइश चौराहे के निकट बने सिंचाई खण्ड इटावा में एक लगभग 5 फ़ीट लम्बा सर्प कार्यालय में बने एक गैराज में जाकर छिप गया था जो कि, सम्भवतः चूहा खाने के लिये ही वहाँ आया था । उक्त सर्प के दिखाई देने की सूचना वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को सिंचाई विभाग के कर्मचारी विजय पाल द्वारा फोन पर मिली । सूचना मिलते ही डॉ आशीष तत्काल ही अपने विशेष रेस्क्यू उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे और बड़ी ही आसानी से मात्र 5 मिनट में ही उस सर्प को काबू में कर पकड़ लिया । सुरक्षित रेस्क्यू के बाद सिंचाई खण्ड इटावा के कर्मचारियों ने सर्पमित्र डॉ आशीष का तत्काल सहायता के लिये धन्यवाद दिया। तत्पश्चात बिना नुकसान पहुंचाए ही सर्प को सुरक्षित पकड़कर उसे उसके प्राकृतवास में लेजाकर छोड़ भी दिया गया। राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर व जनपद इटावा के (ऑफियोलॉजिस्ट – सर्पविशेषज्ञ) सर्पमित्र डॉ आशीष ने जानकारी देते हुये बताया कि,यह सर्प विषहीन घोड़ा पछाड़ (चूहा साँप) था । जिसे जन्तु वैज्ञानिक भाषा मे प्टयास म्यूकोसा कहते है एवं इस विषहीन सर्प से किसी को कोई नुकसान भी नही होता है । आपको बता दें कि, धरती पर विकास के आरम्भ काल से ही ये शीत रक्त वाले प्राणी हम सबके साथ रहते आये हैं। इस समय सर्दी शुरू होते ही तापमान कम होने से ये सभी सर्प बेहद ही लाचार हो जाते है व छिपने के लिये सुरक्षित गर्म जगह भी ढूंढ रहे है। इसलिये निवेदन है कि, कभी दिखाई देने पर इन बेजुबानो की हत्या बिल्कुल भी न करें क्यों कि,सभी सर्प जहरीले भी नहीं होते और किसान मित्र ही होते है फिर भी किसी भी अन्य प्रकार के जहरीले प्रजाति के सर्प जैसे कोबरा, करैत,रसल वाइपर आदि के दंश से पीड़ित होने पर किसी भी व्यक्ति को सही उपचार न मिलने पर उसकी असमय मृत्यु भी हो सकती है अतः रात्रि में या कहीं भी खासकर अंधेरे में जाते वक्त सावधान रहें। कृपया घर से बाहर जूते पहनकर व टोर्च साथ लेकर ही निकले। कभी कोई सर्पदंश की दुर्घटना हो भी जाये तो कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही मरीज को निकट के पीएचसी या जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड ले जाकर एडमिट करायें। याद रहे सर्प दंश का एकमात्र उपचार एंटीवेनम ही होता है विषहीन सर्प के काटने पर किसी को भी एंटीवेनम नही दिया जाता है। लेकिन किसी ढोंगी व्यक्ति से झाड़ फूंक करवा कर साँप का जहर उतरवाने में रोगी का कीमती समय बिल्कुल भी व्यर्थ न करें। अन्यथा उसकी मौत होना निश्चित है।

जनपद इटावा में डॉ आशीष द्वारा चलाये जा रहे सर्पदंश जागरूकता अभियान का ही यह बड़ा असर हुआ है कि, लोगों ने सर्पों को या अन्य वन्यजीवों को बिल्कुल मारना ही छोड़ दिया है और सीधे सर्प या किसी भी वन्यजीव के दिखाई देने पर डॉ आशीष को उनके हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 पर सूचना देने लगे है। उक्त स्नेक के सफल रेस्क्यू में सिंचाई खण्ड इटावा के अन्य कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।

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