हिमाचल सरकार ने राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना को शुरू किया है। इस योजना के जरिए बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने हेतु सरकार द्वारा ऋण दिया जाएगा। ताकि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके। यह ऋण 1% ब्याज पर उपलब्ध करवाया जाएगा। इस ऋण का उपयोग छात्र-छात्राएं ट्यूशन, आवास, किताबें और शिक्षा से जुड़े अन्य खर्चों को कवर करने के लिए कर सकेंगे।मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के लिए सरकार द्वारा 200 करोड का बजट निर्धारित किया गया है।सूत्रों के अनुसार इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर छात्र जिनकी परिवार की वार्षिक आय ₹300000 से कम है ऋण ले सकेंगे। राज्य सरकार का संकल्प है कि धन की कमी के कारण कोई भी विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित ना रहे।राज्य शिक्षक पुरुस्कार से सम्मानित डॉ महेंद्र शर्मा का कहना है कि इस महत्वकांक्षी योजना के माध्यम से गरीब विद्यार्थियों की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा तक पहुंच और उनकी क्षमता का सही उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा साथ ही उनकी आकांक्षाओं को पूर्ण करने में भी सहायता मिल सकेगी। शिमला ग्रामीण के दूरदराज गांव बमन्होल के हीरामणि शर्मा, महिला मंडल धरोगड़ा की प्रधान व्यासा वर्मा, महिला समूह के कार्यकर्ता रीमा शर्मा, दिव्या मेहता व वार्ड सदस्य चंद्रकांता मेहता ने सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का स्वागत किया है। बता दें हिमाचल प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सरकार की यह कल्याणकारी योजना मील का पत्थर साबित होगी।
ओमप्रकाश शर्मा इंडियनटीवी न्यूज़ शिमला।