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नीमकाथाना बना नया जिला

ओम प्रकाश सांई ने काफी लम्बे समय तक किया था अनशन पूर्व विधायक रहे रमेश खंडेलवाल ने जयपुर तक किया था पद मार्च, इसके बाद विधायक सुरेश मोदी ने काफ़ी बार विधानसभा में उठाया था मुद्दा साथ ही पद यात्रा भी की थी जिसके परिणाम स्वरूप घोषित हुआ नीमकाथाना जिला। नीमकाथाना के नए जिला बनने की ख़ुशी में विधायक सुरेश मोदी के समर्थक व अन्य संगठनों ने खुशी जाहिर करते हुए, नीमकाथाना रामलीला मैदान चौराहे पर शानदार आतिशबाजी के साथ अपनी खुशी व्यक्त की। साथ ही सभी ने सुरेश मोदी का आभार प्रकट करते हुए राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी भूरी भूरी प्रशंसा की तथा एक दूसरे के गुलाल लगाकर मिठाई खिलाकर अपनी खुशी मनाई, नीम का थाना क्षेत्र को जिला घोषित होने के बाद लोगों में एक अलग ही जोश और उत्साह देखने को मिला| पूर्व विधायक रमेश खंडेलवाल ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन करके नीमकाथाना को जिला बनाने पर शुभकामनाएं प्रेषित की साथ ही उनके समर्थकों ने भी काफी खुशियां व्यक्त की।

संघर्ष की शुरुआत कब से हुई ?

नीमकाथाना में क्राइम बढने लगा तो इसे पुलिस जिला घोषित कर दिया गया। वर्ष 1952 से नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग होने लगी थी। प्रथम विधायक कपिल देव मोदी ने नीमकाथाना को जिला बनाने का विधानसभा में प्रस्ताव भेजा था नए सीकर संभाग में होगा शामिल नीमकाथाना जिला:साल 1992 से चल रही थी मांग, 5 विधानसभा और 5 उपखंड जुड़ सकते हैं।

राजस्थान सरकार ने नीमकाथाना कस्बे को जिला बनाने की घोषणा कर दी है। नीमकाथाना को राजस्थान का सबसे बड़ा खनन जोन भी कहा जाता है, क्योंकि सीकर जिला में सबसे ज्यादा खनन क्षेत्र नीमकाथाना में है, और यही वजह है कि देशभर के लोग रोजगार की वजह से यहां आकर बस गए हैं। हर साल यहां के उद्योग राज्य सरकार को करोड़ों रुपयों का राजस्व दिया जाता है नीमकाथाना में जिला स्तर के कई सरकारी कार्यालय पहले से ही संचालित है।

संघर्ष की शुरुआत कब से हुई नीमकाथाना में क्राइम बढने लगा तो इसे पुलिस जिला घोषित कर दिया गया। वर्ष 1952 से नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग होने लगी थी। प्रथम विधायक कपिल देव मोदी ने नीमकाथाना को जिला बनाने का विधानसभा में प्रस्ताव भेजा था।
नीमकाथाना में औद्योगिक क्षेत्र काफी बड़ा है,

इसलिए राज्य सरकार ने जिला स्तर के कार्यालय पहले से ही खोले हुए हैं।

सीकर से अलग नया जिला बनाना क्यों था

जरुरी :- सीकर जिला में नीमकाथाना विधानसभा सबसे बड़ी है। यहां 5 विधानसभा क्षेत्र, 7 पंचायत समितियां, एक अतिरिक्त जिला कलक्टर, 8 तहसील, 2 उपतहसील, एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीओ, पुलिस थाना 12 और 679 गांव हैं। कुल 4207.9011 वर्ग किलोमीटर का एरिया है। जिसमें करीब 15 लाख से अधिक लोग रहते हैं। सीकर जिले की बहुत बड़ी सीमा हरियाणा और मेवात क्षेत्र से लगती हुई है, ऐसे में सीकर जिले में बढ़ते अपराध को देखते हुए नीमकाथाना को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय घोषित किया गया है। अब इतनी बड़ी आबादी क्षेत्र होने के कारण प्रशासनिक इंतजाम भी नाकाफ हैं। इसमें अलग जिला बनने से प्रशासन की पकड़ मजबूत होगी और विकास के लिए बजट भी बढ़ेगा और मेवात क्षेत्र से अपराध में भी कमी आएगी।

ऐसा हो सकता है नया जिला नीमकाथाना में 4 विधानसभा, 4 उपखंड और 7 पंचायत समितियां शामिल हो सकती हैं और 1556045 के करीब जनसंख्या हो सकती है।ये क्षेत्र हो सकते हैं शामिल। क्षेत्र आबादी नीमका थाना 399670 खंडेला 227472 श्री माधोपुर 355723 उदयपुर वाटी 295010 तहसील ग्राम पंचायत नीमकाथाना 101 पाटन 76 खंडेला 124 रींगस 41 श्रीमाधोपुर 100 उदयपुरवाटी47 गुढ़ा गौड़जी 56 माइनिंग जोन ने बनाई पहचान नीमकाथाना माइनिंग जोन को लेकर एक बड़े क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। यहां पर पाटन के रेला, मीणा की नागल, पाटन टोड़ा, लादिकाबास सहित अन्य इलाकों में बड़ी तादाद में खनन का कार्य होता है। जिससे सरकार को राजस्व का करोड़ों का फायदा होता है।
इंडियन टी वी न्यूज रिपोर्टर कपिल देव शर्मा नीमकाथाना सीकर राजस्थान

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