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डिंडौरी म प्र जलाशय और नहर मरम्मत में परिवहन के नाम पर मलाई निकाल रहे अफसर

बजाग जनपद पंचायत अंतर्गत खरगहना में जल संसाधन विभाग का फर्जीवाड़ा

– एसडीओ ,उपयंत्री चहेते सप्लायर के मिलीभगत से चाट रहें मलाई

डिंडौरी। जल संसाधन विभाग में इन दिनों एसडीओ और उपयंत्री टैंक और नहर मरम्मत कार्य के नाम पर जमकर मलाई काट रहे हैं, वित्तीय वर्ष 2021- 22 में नहरों और टैंकों के मरम्मत हेतु रोजगार गारंटी योजना के तहत स्वीकृत कार्यो में फर्जीवाड़े का खेल खेला जा रहा है, यूं तो किसानो को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर बड़े पैमाने पर सैकड़ो की संख्या में जलाशय और केनाल नहरों का निर्माण कार्य कराए गए हैं, किंतु अधिकांश केनालो में निर्माण के वर्षो गुजरने के बावजूद आज तक पानी नही पहुंचा सिंचाई तो बहुत दूर की बात है ।

जल संसाधन विभाग के अधीन जिले में लगभग एक सैकड़ा जलाशय और केनाल हैं,जिनका संधारण और संरक्षण की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जल संसाधन विभाग उप संभाग बजाग अंतर्गत स्वीकृत कार्यो में एसडीओ और उपयंत्री फर्जीवाड़ा करते हुए बगैर परिवहन और बगैर मटेरियल उपयोग के ही मुरुम,मिट्टी,गिट्टी के नाम पर मोटी मलाई चाट रहे हैं ।

मजदूरों ने किया नहर मरम्मत, परिवहन के नाम पर लाखों रुपए का फर्जी भुगतान

बजाग जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत खरगहना स्थित जलाशय और नहर मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये की होली खेलने का मामला सामने आया है, खरगहना से कोडिया की तरफ नहर प्रवाहित होती हैं, ग्रामीणों के अनुसार उक्त नहर की लंबाई लगभग 3 किलोमीटर से अधिक है। ग्रामीणों ने बताया कि टैंक में किसी भी तरह से मरम्मत कार्य नही हुआ है,नहर की सफाई मजदूरों ने की हैं, नहर खोद कर मेढ़ में मिट्टी डाली गई हैं, नहर में मुरुम और मिट्टी परिवहन का कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा नही कराया गया है। स्वीकृत मरम्मत कार्य में सामग्री परिवहन के नाम पर 2021 से ही फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है,नहर मरम्मत कार्य के नाम पर 2021 में एमएस दिगम्बर ट्रेडर्स प्रो मुक्तेश को 23900 रु,निखिल ट्रेडर्स को 3180 और सूचना पटल के नाम पर केदार वेल्डिंग के नाम पर 5498 रु व्यय किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार टैंक और नहर मरम्मत कार्य के लिए तीन अलग अलग टीएस कराया गया है, विभाग के अधिकारियों के चहेते सप्लायर ईधर राशि डली और उधर से उपयंत्री और एसडीओ के जेब तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।

ऐसे किया सामग्री के नाम पर लाखों रुपए का बंदरबांट

केनाल मरम्मत कार्य के नाम पर मिट्टी,मुरुम,पीवीसी पाइप के नाम पर सरेआम लाखों रुपए का बंदरबांट किया गया है। जानकारी के अनुसार पीवीसी पाईप के नाम पर दुबे कंस्ट्रक्शन को 40248 रु,का मिट्टी परिवहन के नाम पर 100557 रु,मिष्टि एसोसिएट को मिट्टी परिवहन के नाम पर 171301 रु भुगतान किया गया इसी तरह केनाल मरम्मत के नाम पर मनोज कुमार श्याम कंस्ट्रक्शन को 171301 का,टैंक मरम्मत के नाम पर मनोज कुमार श्याम को मिट्टी परिवहन 152083 रु,दुबे कंस्ट्रक्शन प्रो राकेश को मुरुम 82471 रु,मिट्टी परिवहन 33162 रु,मिट्टी 100575 रु का भुगतान किया गया है, इसी तरह खरगहना कैनाल मरम्मत में मिट्टी परिवहन के नाम पर 179917 रु,और 175224 रु का भुगतान किया गया है। आज भी यदि को जिम्मेदार मौके पर पहुँच कर कार्य की स्थिति देखें तो हकीकत उजागर हो सकती हैं।

इनका कहना है

मुझे खरगहना जलाशय और नहर मरम्मत की जानकारी नहीं हैं, एसडीओ से बात करें।

ईई,अमरदीप त्रिपाठी,जल संसाधन विभाग,डिंडौरी

टैंक मरम्मत में सिर्फ बंड में मुरुम का छर्रा डाला गया है, नहर की सफाई मजदूरों ने की हैं, मिट्टी या मुरुम का परिवहन नही कराया गया है, जबकि फर्जी तरीके से 10-12 लाख रुपये आहरण किया गया है।

बबलू गौतम, ग्रामीण खरगहना

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