भिवाड़ी का उप जिला स्वास्थ्य केंद्र बेशक जिला अस्पताल में क्रमोन्नत हो चुका है, लेकिन भिवाड़ी की जनता को ठगने के लिए यहां पर अवैध अस्पतालों का भी बिछा हुआ है। भिवाड़ी शहर सहित औद्योगिक क्षेत्र कहरानी, चोपानकी, टपूकड़ा, खुशखेड़ा में इन अस्पतालों की भरमार है एक या दो दुकानों में बड़े-बड़े अस्पताल खुले हुए हैं, जिनमें खून जांच से लेकर अनेक बीमारियों के ऑपरेशन करने के भी दावे किए जा रहे हैं।
भिवाड़ी में अपना जीवन यापन करने के लिए बिहार व उत्तर प्रदेश सहित अनेक राज्यों से गरीब तबके के लोग बड़ी संख्या में रह रहे हैं, मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे ये लोग ऐसे फर्जी अस्पतालों के डॉक्टरों के चक्रों बड़ी ही आसानी से आ जाते हैं और इनके चक्कर में आकर अपना शारीरिक व आर्थिक नुकसान भी कर लेते हैं । भिवाड़ी परीक्षेत्र में दर्जनों की संख्या में चल रहे ये फर्जी अस्पताल खुलेआम सरकारी व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं, कभी कभार चिकित्सा विभाग इन पर कार्रवाई करने का दम भरता है लेकिन कुछ दिनों में ही ये मामले रफा-दफा हो जाते हैं चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों की जानकारी में भी इन अस्पतालों की सूची है लेकिन स्थानीय राजनीति के दबाव के चलते अधिकारी भी इन फर्जी अस्पताल चलाने वाले आकाओं पर कार्यवाही करने से बच रहे हैं। इसी तरह टपूकड़ा में गत गुरुवार को एक फर्जी एमडी जान क्लीनिक के झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा एक महिला के साथ रेप करने का मामला भी सामने आया था जिसकी FIR एसपी के हस्तक्षेप करने के बाद टपूकड़ा थाने में दर्ज कराई गई है।
वही भिवाड़ी उप जिला स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर कमल किशोर शर्मा ने बताया कि उनके पास इस तरह के एक अस्पताल की शिकायत आई है इस पर वह उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर इस पर कार्यवाही अमल में लाएंगे साथ ही भिवाड़ी क्षेत्र में चल रहे फर्जी अस्पतालों की जानकारी जुटाकर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।