मध्य प्रदेश में कैबिनेट के फेरबदल को लेकर एक बार फिर से कवायद तेज हो गई है. माना जा रहा है एंटी इनकंबेंसी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में अंतिम फेरबदल कर सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए 1 दिन पहले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को अचानक दिल्ली तलब किया गया था, जहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (J. P Nadda) और संगठन मंत्री बीएल संतोष (B. L Santosh) के साथ करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा मुलाकात की थी. सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश सरकार में अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल हो सकता है. जिसमें कई नए चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है, जबकि सरकार में शामिल कई नामचीन चेहरों को संगठन अथवा चुनावी कार्यक्रमों से जोड़ा जा सकता है. फिलहाल अंतिम फैसला भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेना है.
अबतक के सबसे बड़े फेरबदल की तैयारी माना जा रहा है कि मौजूदा मंत्रिमंडल से करीब 6 से 8 चेहरों को संगठन में भेजा जा सकता है. जबकि 10 से 12 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. फिलहाल सामाजिक समीकरण के हिसाब से 10 राजपूत, 8 ओबीसी, 4 एसटी, 3 एससी और दो ब्राह्मण चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. इस समीकरण को और व्यवस्थित करने की तैयारी चल रही. फिलहाल अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. इसके लिए एक दौर की बैठक अभी और हो सकती है जिसके बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार तय होगा.