इटावा सफारी में तीन शावकों की मौत दुखद, जिम्मेदारी तत्काल निर्धारित हो: अखिलेश

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Tragic death of three cubs in Etawah Safari
Tragic death of three cubs in Etawah Safari

लखनऊ,12 जुलाई 2023 (यूएनएस)। उत्तर प्रदेश में इटावा के बीहड़ों में बसे लायन सफारी में एक साथ तीन नवजात शावकों की मौत को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इटावा लॉयन सफारी में 3 शावकों की दुखद मौत की जिम्मेदारी तत्काल निर्धारित हो। अनुभवहीन-अदक्ष नेतृत्व को बदला जाए क्योंकि गर्भवस्था की पूर्वसूचना के बाद भी देखरेख में लापरवाही बरती गयी। न तो प्रक्रिया का पालन किया गया, न आईवीआरआई बरेली व सीजेडए को बताकर पोस्टमार्टम व अंतिम क्रिया हुई। सफारी प्रबंधन तीनों शावक की मौत को छुपाने का प्रयास किया मगर पशुपालन विभाग ने शावकों की मौत की पुष्टि कर दी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि लायन सफारी में सोना नामक शेरनी ने पांच शावकों को जन्म दिया था लेकिन तीन शावकों की मौत हो गई है। हाल के दिनों में इटावा सफारी में जितने भी शावकों का जन्म हुआ है वो सभी के सभी सुरक्षित हैं अगर ऐसा नहीं होता तो शावकों की संख्या 10 के ऊपर कैसे पहुंच जाती। सफारी के उप निदेशक जयप्रकाश और क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव से सफारी में शावक के जन्म लेने और उनकी मौत को लेकर जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई लेकिन दोनों अधिकारियों ने अपनी निदेशक दीक्षा भंडारी के निर्देशों का हवाला देते हुए जानकारी साझा करने से साफ इंकार कर दिया। लायन सफारी की ओर से आज दोपहर बाद एक प्रेस नोट जारी करके दो शावकों के जन्म लेने की जानकारी जरूर दी गई है लेकिन तीन शावकों की मौत की जानकारी छुपा दी गई। सफारी सूत्रों के मुताबिक छह जुलाई को दोपहर एक बजकर 53 मिनट पर सोना नामक शेरनी ने एक शावक को जन्म दिया जबकि नौ जुलाई को तीन शावकों का जन्म हुआ वहीं 10 जुलाई की शाम को एक शावक का जन्म हुआ। इनमे से तीन शावकों की मृत्यु हो गयी। सफारी के डॉ रोबिन सिंह, नसीर और पशुपालन विभाग के डॉ प्रमोद शिवहरे ने संयुक्त रूप से पोस्टमार्टम कराया। सूत्रों का कहना है कि दुनिया में संभवतरू यह पहली बार है कि किसी भी शेरनी ने 77 घंटे मे पांच शावको को जन्म दिया है,अमूमन कैट फैमली के जानवर 36 घंटे तक ही बच्चे को जन्म देते है। लायन सफारी के सूत्र बताते हैं कि अभी तक आईबीआरआई बरेली शावक या शेरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाता रहा है लेकिन पहली बार इटावा पशुपालन विभाग के डॉक्टर के साथ पोस्टमार्टम कराया गया|

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