बैतूल:- मध्य प्रदेश के बैतूल में शिक्षक लल्लू माथनकर की संदिग्ध मौत और उसके साथ दो युवकों के अचानक गायब होने के मामले ने सनसनी फैला दी है। लेकिन इस मामले में एक के बाद एक बदलते घटनाक्रमों ने पूरे मामले को उलझा दिया है। इस मामले में ऐसा ट्विस्ट आया है की कल तक अपने बच्चो को पुलिस द्वारा उठा लिए जाने पर आंसू बहा रहे दो वृद्ध बीती रात अचानक थाने पहुंचे तो उनके पुलिस को लेकर बने सारे गिले शिकवे ही दूर हो गए।
उनके जवान बच्चे न केवल घर लौट आए। बल्कि, उनके साथ कोई पुलिस प्रताड़ना न होने की परिजनों ने पुलिस को क्लीन चिट भी दे दी है। ये कहानी उस हकीकत का हिस्सा है। जिसे लेकर पिछले 7 फरवरी से बैतूल में बवाल मचा हुआ है।
इस मामले में राजनीति गर्मा गई। कांग्रेस ने आठ फरवरी को कांग्रेस विधायक निलय डागा और जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुड्डू शर्मा के नेतृत्व में एसपी से मुलाकात करते हुए लल्लू मांथनकर की मौत के मामले में न्यायिक जांच की मांग कर डाली । इसी दिन कुनबी समाज संगठन ने भी पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर लल्लू माथनकर की मौत में उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन के सक्रिय होने की वजह से इस मामले में भूचाल जैसा आ गया।
गायब युवकों के परिजनों द्वारा दो अलग अलग बयान देने के बीच पुलिस उस युवक को भी ढूंढ लाई है। जिसने आखरी बार लल्लू माथनकर को जिंदा देखा था। 10 फरवरी की रात कुछ मीडिया कर्मियों को बुलवाकर करवाई गई बाइट में अमित पवार नाम का भी युवक शामिल है।जिसका कहना है की लल्लू माथनकर को उसी ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। रात में करीब 12 बजे लल्लू उसे बैतूल बाजार रोड पर मिला था।घबराहट सीने में दर्द की शिकायत कर रहा था।उसने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था।
जाहिर है युवक अमित पवार के मुताबिक लल्लू उसे बैतूल बाजार रोड पर मिला था। यानि वह पुलिस कस्टडी में था ही नही। दूसरा गायब रहे जिन युवकों के परिजन कह रहे थे की उन्होंने लल्लू को कस्टडी में देखा था।वह अब कह रहे है की उनके बच्चे कस्टडी में थे ही नहीं। इन सारे मामलो ने बैतूल पुलिस को क्लीन चिट दे दी है।
इनका कहना है
लल्लू माथनकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैं यह पाया गया कि मृतक के शरीर पर कोई चोट नहीं पाई गई है शरीर मेंअल्कोहल की मात्रा पाई गई है तथा मृत्यु हार्ट अटैक से होना बताया गया है|
जिला ब्यूरो चीप नईम मामू की रिपोर्ट