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Vaccination: राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में बताया- 2000 से ज्यादा लोगों को फर्जी टीके लगे;

मुंबई में फर्जी वैक्सीनेशन केस:राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में बताया- 2000 से ज्यादा लोगों को फर्जी टीके लगे; एक डॉक्टर समेत 2 और आरोपी गिरफ्तार, अब तक 8 पकड़े गए। 

मुंबई के कांदिवली हीरानंदानी फर्जी वैक्सीनेशन मामले में कांदिवली पुलिस ने गुरुवार देर रात दो और लोगों को अरेस्ट किया है। ये दोनों चारकोप इलाके के शिवम हॉस्पिटल में काम कर रहे थे। इनमें से एक डॉक्टर भी है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम डॉ. शिवराज और नीता पठारिया हैं। शिवराज वही डॉक्टर हैं जो फर्जी वैक्सीनेशन के दौरान हीरानंदानी सोसाइटी में मौजूद थे।

वहीं महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को हाईकोर्ट में बताया है कि मुंबई में अब तक करीब 2 हजार 53 लोगों को नकली वैक्सीन लग चुकी है। सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश किए गए हलफनामे के मुताबिक मुंबई में अब तक कम से कम 9 फर्जी वैक्सीनेशन सेंटर के जरिए टीके लगाए गए हैं। इस सिलसिले में चार अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं। सरकार ने बताया है कि अब तक 400 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। वहीं हाईकोर्ट ने अब इस मामले को लेकर राज्य सरकार और BMC से नई गाइडलाइन जारी करने को कहा है।

मुंबई पुलिस इस मामले में मध्य प्रदेश से भी एक शख्स को गिरफ्तार कर चुकी है। फोटो पिछले हफ्ते पकड़े गए आरोपियों की है।

कोर्ट में ऐसे पहुंचा मामला

वैक्सीनेशन को लेकर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस गिरीश एस कुलकर्णी की बेंच में जनहित याचिका लगाई गई थी। पिटीशनर सिद्धार्थ चंद्रशेखर ने मांग की थी कि CoWin पोर्टल पर वैक्सीनेशन स्लॉट बुक करने में लोगों को हो रही दिक्कतों पर कोर्ट दखल दे। साथ ही मांग की थी कि बुजुर्गों को स्लॉट बुकिंग में प्रायरिटी दी जाए।

इसी मामले की सुनवाई के दौरान पिटीशनर की वकील अनीता शेखर ने हीरानंदानी सोसायटी में हुए फर्जी वैक्सीनेशन का मामला उठाया था। इस पर मंगलवार को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब दाखिल करने को कहा था। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और BMC से कहा है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गाइडलाइन जारी की जाएं। इस मामले में अगली सुनवाई 29 जून को होगी।

मुंबई में यहां-यहां हुआ फर्जी वैक्सीनेशन

स्थानकितने लोगहीरानंदानी सोसाइटी390बोरीवली514मलाड30ठाणे122परेल207खार365अन्य 3 जगहों पर425कुल2,053

हाईकोर्ट ने फर्जी वैक्सी के प्रभाव की जांच के निर्देश दिए
इस मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार को फर्जी टीकों के असर का पता लगाने के लिए जांच करवानी चाहिए। हाईकोर्ट ने कहा, ‘हमारी चिंता इस बात को लेकर है कि टीका लगवाने वाले इन लोगों के साथ क्या हो रहा है। उन्हें क्या लगाया गया और फर्जी टीके का क्या असर हुआ?’

Bureau Chief-
साकिब हुसैन
INDIAN TV NEWS
मुंबई
www.indiantvnews.in

 

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