एसपी ने अस्पताल पहुंच कर लिया व्यवस्थाओं का जायजा, दिए आवश्यक दिशा निर्देश… ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों को पकड़ने में अब भी बौने साबित हो रहे पुलिस के हांथ…
दमोह – वर्तमान में कोरोना महामारी को देखते हुए। आज पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान अचानक जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां उन्होंने तमाम स्थानों पर लगाई गई सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही पुलिसकर्मियों के लिए अच्छे फेस मास्क का प्रयोग करने के निर्देश भी दिए। मुख्य रूप से उन्होंने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर के स्योकरूम का भी निरीक्षण कर कर कोई गोलमाल ना कर पाए ऐसे पुख्ता इंतजाम किए। ज्ञात हो कि 2 दिन पूर्व स्टोकरूम में रखे हुए सिलेंडरों को लेकर मरीज के परिजन भागते हुए खड़े हुए थे। जिसके बाद से जिला चिकित्सालय स्टाफ ने लामबंद होकर पुलिस प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी। इसी के चलते देर शाम होते ही प्रशासनिक व्यवस्था तो बढ़ा दी जाती है। लेकिन यह व्यवस्था ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के लिए नाकाफी है। जिनके द्वारा प्रबंधन के सामने ही सिलेंडर चोरी करना कोई बड़ी बात नहीं है। ऑक्सीजन की आज प्रत्येक मरीज के लिए आवश्यकता है ऐसे में स्थाई रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर की सुरक्षा के लिए स्टौक रूम में पुलिस कर्मियों के लिए तैनात किया जाना चाहिए।
जिन्हे जिला चिकित्सालय में पुलिस अधीक्षक के पहुंचने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता है। इनका यह ऑक्सीजन का गोरख धंधा आसानी से फलफूल रहा है। उदहारण के लिए रातों रात जिला चिकित्सालय प्रांगण में ऑक्सीजन सिलेंडर की दलाली करने वाले वाशिंदों को प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है। जो पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत होने के बाबजूद भी ऊंचे दामों में खून पसीने से कमाई कर रहे मजदूरों के लिए चूसने में लगे हैं। यह पहला मामला नहीं है। जब इस तरह की कालाबाजारी जिला चिकित्सालय में की जा रही है वह भी पुलिस की नाक के नीचे आए दिन ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले पकड़े जाते है। जिन्हे कार्यवाही के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति कर छोड़ दिया जाता है और यही फिर अपने मंसूबों को कामयाब करने में लग जाते है।
ब्यूरो चीफ-लखन ठाकुर जिला दमोह मध्य प्रदेश
