*पर्युषण महापर्व के अवसर पर जैन मंदिरों में उत्तम त्याग धर्म की हुई पूजा अर्चना*
बाह! भाद्रमाह के सुद बारस को दिगंबर जैन समाज के पवाॅधिराज पर्यूषण दसलक्षण पर्व का आठवाँ दिन था! आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना हुई! ‘त्याग’ शब्द से ही पता लग जाता है कि इसका मतलब छोडना है और जीवन को संतुष्ट बना कर अपनी इच्छाओं को वश में करना है!यह न सिर्फ अच्छे गुणवान कर्मों में वृद्धि करता है, बल्कि बुरे कर्मों का नाश भी करता है।इन्सान की शक्ति इससे नहीं परखी जाती है! उसके पास कितनी धन -दौलत है! बल्कि इससे परखी जाती है कि उसने कितना छोडा है, कितना त्याग किया है! उत्तम त्याग धर्म हमें यही सिखाता है कि मन को संतोषी बनाकर के ही इच्छाओं और भावनाओं का त्याग करना मुमकिन है! त्याग की भावना भीतरी आत्मा को शुद्ध बनाने पर ही होती है!इन्सान की शक्ति इससे नहीं परखी जाती है कि उसके पास कितनी धन -दौलत है, बल्कि इससे परखी जाती है कि उसने कितना छोडा है, कितना त्याग किया है!जैन मंदिरों में बड़ी धूमधाम से दसलक्षण पर्यूषण पर्व मनाया जा रहा है!
नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में धार्मिक तंबोला प्रतियोगिता हुई। जिसमें लोगो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। सम्यक दर्शन पद के विजेता यश जैन,सम्यक ज्ञान पद के विजेता रितिक जैन
सम्यक चारित्र पद के विजेता ममता जैन,श्रुति जैनअनंत चतुष्टय के विजेता रश्मि जैन,बबिता जैन मोक्ष पद के विजेता बबिता सिंघई रहे! कार्यक्रम का संचालन रीतू जैन ने किया। मंदिर मै सपन जैन, सुबोध जैन, दिनेश जैन, राहुल जैन, आशीष जैन, श्रुति जैन, रौनक जैन, अखिल जैन, गोल्डन जैन, मनीष जैन, निक्कू जैन,अमित जैन,नवीन जैन, हैप्पी जैन, मंजू रानी जैन, अनुराग जैन, माया जैन, प्रभाष जैन, प्राशू जैन, हर्षित जैन, टिन्नी जैन, शिब्बू जैन, अनुपम जैन,प्रतीक जैन,सूजल जैन, विनोद सिंघई,संजय जैन, अनिल जैन, अनमोल जैन, नीलम जैन,अभिषेकजैन,हिमांशु,अंशुल,चिराग,रितिक,ममता जैन,उषा जैन,रीतू,रश्मि जैन, सृष्टि जैन आदि लोग मंदिर परिसर मै मौज़ूद रहे!
आगरा से ब्यूरो चीफ अनिल डंडोतिया की रिपोर्ट