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अवैध रूप से संचालित हो रहे ई-रिक्शाओं पर अंकुश लगाये जाने हेतु, ई-रिक्शा चालक समिति द्वारा QR कोड स्टीकर वितरण समारोह का आयोजन

गोपाल चतुर्वेदी

मथुरा। वृंदावन में ई-रिक्शा सेवाओं में सुव्यवस्था एवं अनुशासन तथा अवैध रूप से संचालित हो रहे ई-रिक्शाओं पर अंकुश लगाये जाने हेतु, ई-रिक्शा चालक समिति द्वारा QR कोड स्टीकर वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

इस समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मथुरा शैलेश कुमार पांडेय, अपर पुलिस अधीक्षक नगर मथुरा डॉ0 अरविंद कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक यातायात मथुरा देवेश कुमार शर्मा, क्षेत्राधिकारी सदर प्रवीण मलिक, प्रभारी निरीक्षक यातायात शौर्य कुमार मौजूद रहे।
इस QR कोड के प्रोजेक्ट का विचार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडेय एवं क्षेत्राधिकारी सदर प्रवीण मलिक द्वारा दिया गया था । इस प्रोजेक्ट को PSA DIGITAL INDIA LIMITED, कोटा, राजस्थान की कंपनी ने वृंदावन ई-रिक्शा चालक समिति के लिए QR code स्कैन स्टीकर के साथ पुलिसकर्मियों को जांच के लिए एंड्राइड मोबाइल एप बनाकर गूगल प्ले स्टोर पर अपलोड किया गया है ।
जिसके अंतर्गत ई-रिक्शा स्टीकर रूट के अनुसार तीन अलग-अलग रंगों में उपलब्ध कराए गए हैं। ई-रिक्शा स्टीकर पर एक यूनिक QR स्कैन कोड होगा जिसका डाटा केवल कंपनी के द्वारा प्रदान किए गए एंड्राइड मोबाइल ऐप के माध्यम से ही जांचा जा सकता है । इसलिए इन स्टिकर के डुप्लीकेट कॉपी नहीं बन सकती हैं। QR स्टीकर को 3D बनाया गया है, ताकि कोई आसानी से इसकी डुप्लीकेट कॉपी ना बना सके। पुलिसकर्मियों को जांच करने के लिए एंड्राइड ऐप बनाया गया है । जिसके माध्यम से पुलिसकर्मी ई-रिक्शा ड्राइवर/मालिक की फोटो, लाइसेंस, आरसी एवं रूट की जांच कर सकते हैं । विवरण को क्रॉस चेक के लिए आरटीओ में उपलब्ध डाटा से भी सत्यापन किया जा सकता है ।
पुलिसकर्मियों द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से जिस भी ई-रिक्शा पर संदेह हो उसे स्कैन कर अधिकृत एवं अनाधिकृत ई-रिक्शा की जांच की जा सकती है। जिस भी ई-रिक्शा का बीमा और फिटनेस पत्र समाप्त हो गया होगा, आरटीओ में उपलब्ध डाटा के माध्यम से AI फंक्शन द्वारा उन सभी पुलिसकर्मियों का रिपोर्ट दिखाएगा जो ई-रिक्शा का ऐप का उपयोग कर रहे हैं। इस तकनीक के द्वारा पुलिसकर्मी अनाधिकृत ई-रिक्शा को रूट पर चलने से रोक सकेंगे।
पुलिसकर्मियों द्वारा ई-रिक्शा स्टीकर पर QR स्कैन करते ही यदि दस्तावेज सही नहीं पाए जाते हैं तो उसे ई-रिक्शा के खिलाफ कोई कार्यवाही हुई है या नहीं संबंधित अधिकारी रिपोर्ट को भी देख सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से ई-रिक्शा मालिकों को 7 दिन पहले से प्रतिदिन एक एसएमएस संदेश भेजा जाएगा। जिसके माध्यम से ई-रिक्शा की बीमा पॉलिसी या फिटनेस समाप्त होने वाली है यह जानकारी दी जाएगी। ताकि वह समय पर इसे नवीनीकरण करा सके।
इस सिस्टम को लागू करने से जितने भी अवैध और अनिधिकृत ई-रिक्शा वृंदावन में चल रहे हैं वह तुरंत प्रभाव से रोके जा सकेंगे एवम सुगम एवं अनुशासनात्मक रूप से सुलभ यातायात उपलब्ध होगा।
भविष्य में इस तकनीक के द्वारा ऐप में लाइन मैनेजमेंट सिस्टम बनाया जाएगा। ताकि ई-रिक्शा अपने निर्धारित बारी आने पर सवारी भर के जा सके। ई-रिक्शा संगठन के अध्यक्ष श्री ज्ञानेंद्र सिंह जी ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक जरूरी कदम उठाया है कि सभी ई-रिक्शा पर दाहिनी साइड जाली लगेगी तथा सभी ई-रिक्शा ड्राइवर अपने रूट के अनुसार के रंग की ड्रेस भी पहनेंगे। साथ ही उनको एक QR आईडी कार्ड दिया जाएगा। प्रत्येक ई-रिक्शा पर रेट कार्ड एवम उस रूट के स्टॉपेज की जानकारी भी उपलब्ध होगी। प्रत्येक रूट के स्टॉपेज पर ई-रिक्शा चालक समिति द्वारा सुरक्षा गार्ड की भी व्यवस्था की गई है ।
पुलिस अधीक्षक यातायात मथुरा श्री शैलेश कुमार पाण्डेय एवं उपस्थित अधिकारी गणों के द्वारा ई-रिक्शा समिति के अधिकारियो की उपस्थिति में QR कोड स्टीकर धारित ई-रिक्शाओ को हरी झण्डी दिखाकर समारोह का समापन किया गया।

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