चना बेचकर व मजदूरी कर की पढ़ाई , बना हिंदी पीजीटी शिक्षक

नरेश सोनी हजारीबाग संवाददाता

चना बेचकर व मजदूरी कर की पढ़ाई , बना हिंदी पीजीटी शिक्षक

हजारीबाग : बड़कागांव प्रखंड के ग्राम हरली निवासी गणेश कुमार साव( पिता स्वर्गीय बाबूलाल साव) पीजीटी हिंदी शिक्षक की सफलता हासिल की । गणेश उन विद्यार्थीयों के लिए प्रेरणादायक बने जो अपने आप को गरीब और कमजोर समझते है।एक कहावत चरितार्थ किया है। पिता निधन के समय गणेश की उम्र महज 5 वर्ष थी। घर की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय था। भरण पोषण मां ने की। गरीबी ऐसी थी कि अपने पढ़ाई के दौरान उसने हरली बुद्ध बाजार में चना बेचने का काम किया और आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए छत की ढलाई सेटरींग में मजदूरी करने को भी मजबूर था। गणेश ने कहा कि आज मुझे इस सफलता के शिखर तक अपनी कड़ी मेहनत , लगन और लगातार प्रयास से मिली है जिसमें मां ,भाई तथा अपने दोस्तों सहयोग सराहनीय रहा है ।
मेरा प्रारंभिक पढाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरली से 8वीं कलास तक हुआ। 10वीं की पढ़ाई राज्य सम्पोषित उच्च विद्यालय हरली से बुध बाजार में चना बेच कर किया।
इंटर की पढ़ाई कर्णपूरा महाविद्यालय बड़कागाँव से पूरा हुआ, उस समय हमारी दैनीय स्थिति उतनी अच्छी नही हुआ करती थी। बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर पठाई से जुड़ा रहा। उन्ही कुछ पैसो की सहायता से हमने स्नातक मार्खम कॉलेज हजारीबाग से किया और स्नातकोत्तर की पढ़ाई विनोबा भावे विश्वविधालय हजारीबाग से की। तीन बार यूजीसी, नेट की परीक्षा में सफलता पाया ।
गणेश की बहन की शादी हो चुकी है। फिलहाल परिवार में तीन सदस्य गणेश माता एवं छोटा भाई है।

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