
खबर नरसिंहपुर धीरज विश्वकर्मा
अवैध शराब कारोबारियों में खौफ का माहौल एस पी अमित कुमार खुद निकले रात्रि गस्त पर,,,,
नरसिंहपुर के सुआतला थाना के बरमान चौकी अंतर्गत सारथी ढावे पर हो रही अवैध शराब की बिक्री करने वालों को धर दबोचा।
एस पी ने सुअतला थाना प्रभारी को दिए सख्त कार्रवाई करने के निर्देश।
जो व्यक्ति इस शराब का विक्रय कर रहा वो शराब किस दुकान से ला रहा है और उसका प्रबंधक कौन है किसकी सह पर इस तरह की अवैध गतिविधियां संचालित हो रही है सभी को कथन बंद पर सख्त कार्रवाई की जाए।
किसी भी व्यक्ति को न बक्शा जाए चाहे वह कोई हो इस तरह आदेशित किया।
बरमान चौकी अंतर्गत हो रही अवैध शराब बिक्री पर नाराजगी दिखाते हुए एसपी अमित कुमार ने बरमान चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से किया लाइन हाजिर।
बरमान में प्रिंट रेट्स से अधिक में बेची जा रही है अवैध शराब ।
प्रदेश सरकार जहां एक और नशा मुक्ति और नशे के खिलाफ बड़े-बड़े अभियान चला चुकी है और स्थानीय स्तर पर भी अनेक स्तरों पर नशे के दुष्प्रभाव को लेकर लोगों में जागरूकता का संदेश भी दिया जा रहा है । ऐसे में महत्वपूर्ण यह हो जाता है कि जिस तरह से अवैध रूप से जो भी व्यक्ति बरमान सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में अवैध रूप से शराब बिकवा रहे हैं उनको जनता की जेब का ध्यान रखते हुए शराब को मनमाने दामों पर नहीं बेचा जाना चाहिये । पुलिस भी लगातार सामाजिक रूप से अवैध गतिविधियों व कार्यों सहित अवैध शराब बिक्री के खिलाफ व्यापक स्तर पर मुहिम छेड़े हुए हैं बावजूद इसके जागरूक क्षेत्रीय जन अवैध रूप से बिक रही शराब को लेकर कहीं कोई शिकवा और शिकायत नहीं करते हैं । आम चर्चाओं में कोई शिकायत सामने आती हैं तो वह केवल यह की शराब को प्रिंट रेट से अधिक पर बेचा जा रहा है । मिली जानकारी अनुसार प्रदेश सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व का बड़ा हिस्सा शराब की बिक्री व टैक्स से प्राप्त होता है ऐसे में जिम्मेदारी बतौर आबकारी विभाग को यह देखना चाहिये कि जो मनमाने दाम पर शराब बेची जा रही है इसका लाभ न तो सरकार को राजस्व के रूप में मिल रहा है और न ही शराब पीने वाली आम जनता को, आखिर यह किसकी जेब में जा रहा है यह भी बड़ा यक्ष प्रश्न है । अंततः कहा तो यही जा सकता है कि जब नर्मदा तटीय क्षेत्रों में अगर किसी सिस्टम के तहत शराब बेची भी जा रही है तो इसे प्रिंट रेट्स से अधिक रेट्स पर बेचकर सुरा प्रेमियों की जेब ढीली की जा रही है तो इसकी सारी जिम्मेदारी आबकारी विभाग की है और उसे इसपर रोक लगाना चाहिये ।