अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गुजरात प्रांत द्वारा दो दिवसीय वैचारिक प्रबोधन कार्यशाला का आयोजन किया गया
पाटन ब्यूरो इंडियन टीवी न्यूज
आणंद/गुजरात
वर्तमान समय में विभिन्न मुद्दों पर नकारात्मक विमर्श चल रहे हैं। जिसके कारण राष्ट्र के विरुद्ध, संस्कृति के विरुद्ध अनेक नकारात्मक विमर्श फैल रहे हैं, इस संबंध में जागरूकता आवश्यक है। इस नकारात्मक विमर्श से बाहर निकलनेके लिए लोगो का वैचारिक प्रबोधन हो वो अति आवश्यक है। यह बहुत जरूरी है कि लोग वैचारिक रूप से प्रबुद्ध हों और शिक्षक इस संबंध में बहुत कुछ कर सकते हैं। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ भी राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक हित में समाज का ध्येयसूत्र मानकर चलने वाला संगठन है। और इसीके अनुसंधान से अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघकी ओर से दो दिवसीय वैचारिक प्रबोधन कार्यशाला आज बोचासण स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण संस्थान में संपन्न हुई। इस वैचारिक जागरूकता कार्यशाला में पूरे गुजरातके विभिन्न जिलों से कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस कार्यशाला में कुल नौ सत्रों में वैचारिक उपदेश हुआ। जिसमें प्रथम सत्र में बोचासन स्वामीनारायण मंदिर के कोठारी स्वामी वेदज्ञ स्वामीका आशीर्वाद प्राप्त हुआ तथा मुख्य भूमिका अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के माध्यमिक विभाग के उपाध्यक्ष मोहनजी पुरोहित ने दी कि वैचारिक प्रबोधन क्यों आवश्यक है। भारत बोध के बारे में जानकारी विजयभाई शाह ने दी। भारत की अवधारणा एवं समसामयिक अभिव्यक्ति, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद एवं नकारात्मक आख्यानों के प्रसार की जानकारी दी गई। इस बैठक में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री श्री महेंद्र जी कपूर, उच्च शिक्षा विभाग के प्रो. गीताबेन भट्ट, अतिरिक्त महामंत्री प्रो. नारायण लाल गुप्ता राष्ट्रीयस्वयंसेवक संघ अ. भा. बौद्धिक शिक्षा प्रमुख श्रद्धेय सुनीलभाई महेता उपस्थित रहे और मार्गदर्शन दिया *इस बैठक में भारतीय विचार मंच के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया* समापन सत्र में अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख सुनीलभाई मेहता उपस्थित रहकर पाथेय प्रदान किया और स्वामीनारायण मंदिर की ओर से सभी कारकर्ताओको प्रसाद प्रदान करने के साथ साथ कोठारी स्वामी ने सभी को अपना आशीर्वाद दिया आणंद जिले के सभी कार्यकर्ताओं ने इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।
निकट भविष्य में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गुजरात द्वारा प्रत्येक संभाग में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा