त्रिलोकी नाथ ब्यूरो चीफ गया
इंडियन टीवी न्यूज चैनल
स्वास्थ विभागकी सहयोगी सस्था पी एस आई इंडिया ने दिया प्रशिक्षण
निजी स्वास्थ्य संस्थानों के स्वास्थ्यकर्मियों को गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं पर उन्मुखीकरण
स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया ने दिया प्रशिक्षण
30 प्रतिशत लोग निजी स्वास्थ्य संस्थानों लेते हैं परिवार नियोजन सेवाएं
गया, 19 सितंबर: स्वास्थ्य विभाग संस्थागत प्रसव के बाद गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का हर प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के अस्थायी और स्थायी साधनों के प्रति जागरूकता लाने का काम भी किया जा रहा है। जिला में परिवार नियोजन कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए सहयोगी संस्थाओं की भी मदद मिल रही है। इस क्रम में शहरी क्षेत्र के निजी स्वास्थ्य संस्थानों को चिन्हित करते हुए वहां के स्वास्थ्यकर्मियों का उन्मुखीकरण भी किया जा रहा है। इस क्रम में गुरुवार को शहर के मेडिवर्स हॉस्पिटल तथा राजेश्वरी हॉस्पिटल में पचास से अधिक चिकित्सकों स्वास्थ्यकर्मियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया किया गया। परिवार नियोजन के क्षेत्र में काम करने वाली स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया द्वारा प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों को परिवार नियोजन, हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम पर ससमय रिपोर्टिंग, संक्रमण से बचाव, प्रसव एवं प्रसव पूर्व जांच, काउसलिंग पर चर्चा की गयी तथा अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए क्षमतावर्धन किया गया। डीपीएम स्वास्थ्य नीलेश कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में निजी स्वास्थ्य संस्थानों को भी शामिल किया गया है ताकि परिवार नियोजन सेवाएं जैसे प्रसव अथवा गर्भपात के बाद बंध्याकरण अथवा अस्थायी गर्भनिरोधक साधन जैसे कॉपर—टी या नॉन—हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियां आदि की सुविधा लाभार्थी को आसानी से उपलब्ध हो सके।
30 प्रतिशत लोग प्राइवेट हॉस्पिटल से लेते हैं परिवार नियोजन सेवाएं:
पीएसआई इंडिया के कार्यक्रम प्रबन्धक अजय कुमार ने स्वास्थ्यकर्मियों का उन्मुखीरकण करते हुए टीसीआई इंडिया कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। स्वास्थ्यकर्मियों को टीसीआई कार्यक्रम के तहत निजी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के क्षमतावर्धन के बारे में बताया। पीएसआई इंडिया से आये स्पेशलिस्ट— प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन अकबर अली खान ने उन्मुखीकरण के दौरान परिवार नियोजन, डाटा रखरखाव, प्रसव के बाद परिवार नियोजन के साधनों के इस्तेमाल तथा संक्रमण से बचाव एवं काउसलिंग की जानकारी दी। नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे—पांच की रिपोर्ट के अनुसार गया जिला में 30 प्रतिशत लोग निजी स्वास्थ्य संस्थानों में आकर परिवार नियोजन की सेवाएं ले रहे है। जबकि दस प्रतिशत लोग दवा दुकानों अथवा अन्य दुकानों से परिवार नियोजन साधन जैसे कंडोम आदि की खरीद करते है। बिहार में 35 प्रतिशत लोग निजी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर परिवार नियोजन सेवाएं ले रहे है। मौके पर मौजूद स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ तेजस्वी नंदन ने उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए पीएसआई इंडिया के प्रति आभार जताया। मेडिवर्स अस्पताल मैनेजर अनामिका ने कार्यक्रम आयोजन के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।