ब्यूरो चीफ जिला सोलन,
सुन्दरलाल पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय 14 जी. टी. सी. सुबाथू के प्राथमिक विभाग के 96 छात्र – छात्राओं को 20 नवंबर की सुबह शैक्षिक भ्रमण पर डा. यशवंत सिंह परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हार्टिकल्चर एंड फोरेस्ट्री, नौणी (बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय) ले जाया गया जो कि एशिया में अपनी तरह का पहला विश्वविद्यालय है जिसमें बागवानी तथा वानिकी की शिक्षा, अनुसंधान तथा विस्तार होता है। विद्यालय की प्राचार्या आशा चौधरी ने हरी झंड़ी दिखाकर इस यात्रा का शुभारंभ किया। प्राचार्या महोदया ने विद्यार्थियों को इस यात्रा की शुभकामना देते हुए उन्हें डा. यशवंत सिंह परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हार्टिकल्चर एंड फोरेस्ट्री, नौणी, सोलन पहुंचकर विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधो के बारे में जानकारी जानने के लिए प्रेरित किया। वहाँ पहुंचने पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. वी. के चौधरी द्वारा सभी छात्र-छात्राओं व शिक्षकों का स्वागत किया गया तथा विश्वविद्यालय के संग्रहालय में ले जाया गया। संग्रहालय के प्रथम कक्ष में डा. यशवंत सिंह परमार का जीवन चित्रण था। डा. चौधरी ने सर्वप्रथम डा. परमार के जीवन पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि डा. यशवंत सिंह परमार हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्य मंत्री थे तथा हिमाचल प्रदेश राज्य के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उन्हें ‘हिमाचल निर्माता’ के रूप में जाना जाता है। इस विश्वविद्यालय का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा गया है।
इसके उपरान्त छात्र-छात्राओं को कृषि संग्रहालय का भ्रमण करवाया गया। यहाँ विस्तार शिक्षा निदेशालय (डाइरेक्टोरेट ऑफ एक्स्टेंशन एजुकेशन) की प्रदर्शनी थी जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र किन्नौर, शिमला, चम्बा, सोलन आदि में फल फसलों की उत्पादन प्रौद्योगिकी का विकास और उन्नयन के बारे में जानकारी थी। साथ ही उन्होंने बीज विज्ञान प्रौद्योगिकी, पुष्पोत्पादन एवं भूदृश्य प्राररूपीकरण, सब्जी एवं फल विज्ञान आदि के बारे में विस्तार से बताया । इसके अतिरिक्त सभी छात्र-छात्राओं ने डिपार्टमेन्ट ऑफ फ्लोरी कल्चर एंड लैंडस्केप आर्किटेक्चर द्वारा आयोजित अतिसुंदर, मनमोहक पुष्प प्रदर्शनी का आनंद उठाया।
पीएम श्री. के.वि. 14 जी. टी. सी. सुबाथू के प्राथमिक विभाग के विद्यार्थियों के लिए ये शैक्षिक भ्रमण बहुत ही ज्ञानवर्धक, रोचक तथा मनोरंजक रहा ।
सभी विद्यार्थियों के दोपहर के भोजन की व्यवस्था विद्यालय स्तर पर की गई तथा शाम 5:15 बजे सुबाथू वापस पहुंच कर सभी विद्यार्थियों को सकुशल उनके माता-पिता को सौंप दिया गया। इन सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित ले जाने व लाने की जिम्मेदारी प्राथमिक विभाग के शिक्षक श्री तेजस्वी नेगी, श्रीमती प्रीती अग्रवाल, श्रीमती प्रीति देवी, सुश्री उपासना, श्रीमती प्रोमिला नेगी तथा सब स्टाफ देवानंद जी ने निभाई।