हिमाचल प्रदेश सरकार दुधारू पशुओं का पंजीकरण करने जा रही है।सरकार के इस निर्णय से बेसहारा पशुओं को सड़क में छोड़ने पर भी लगाम लगेगी। परिवार रजिस्टर के अपडेशन के लिए तैयार फॉर्मेट में पंचायती राज विभाग ने एक और कॉलम ऐड किया है। किस पंचायत में किस व्यक्ति के पास कौन सा दुधारू पशु है अब इसकी भी एंट्री होगी। माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार पशुपालकों से दूध खरीद व कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में गोबर खरीद के लिए किए गए वायदे के मद्देनजर भी यह कवायद शुरू की गई है। पंचायत सचिवों को यह कार्य 15 फरवरी तक पूरा करने का टारगेट दिया गया है। ग्राम पंचायत धरोगड़ा के भूतपूर्व प्रधान श्री केवलराज वर्मा व ग्राम पंचायत बाग के भूतपूर्व उपप्रधान वीरेंद्र शर्मा का कहना है कि यदि वर्तमान सरकार द्वारा गोबर खरीद का चुनावी वादा भी पूरा होता है तो कोई भी पशुपालक बेसहारा पशुओ को सड़कों पर नहीं छोड़ेगा। मानवीय दृष्टि से भी यह एक सराहनीय पहल है।सामाजिक कार्यकर्ता लेखराज शर्मा व भूप राम वर्मा ने भी सरकार के इस निर्णय की भूरी भूरी प्रशंसा की है।बता दे यदि सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर उतरती है तो हिमाचल के किसानों, बागवानो एवं पशुपालकों की आर्थिकी तेजी से सुदृढ़ हो सकेगी।
ओम प्रकाश शर्मा इंडियन टीवी न्यूज चैनल शिमला