
भ्रष्टाचार और सुविधा शुल्क के वीच अधर में लटका गाँव का विकास
*रिपोर्टर:- बेदप्रकाश जनपद जालौन की खास रिपोर्ट
जालौन जनपद में वैसे तो ग्रामो में सरकारी योजनाओ का बंदरबांट होता आया है जांच के नाम पर खानापूर्ति हुई लेकिन कार्यवाही भी सुबिधाशुल्क की भेंट चढ़ जाती है।
कभी पांच सदस्यीय टीम तो कभी चार सदस्यीय और तो कभी तीन सदस्यीय परिणाम सुविधाशुल्क।
अब नम्बर आया कोंच के पास कैलिया थाना के ग्राम सलैया का जहाँ स्वास्थ्य केंद्र तो है लेकिन जानवर बंधे रहते है। जो केवल जानवरो के लिए प्रयोग होता है ग्राम प्रधान के खास लोग इस पर कब्जा किये है ।
और एक सचिवालय है जिसको सरकार ने 14 लाख रुपये की लागत से बनवाया था लेकिन उसका हाल वेहाल है न तो दरवाजे बचे है न ही कोई फर्नीचर।
दिवालें और इमारते भ्रष्टाचार की गवाही दे रही है।
बीजेपी सरकार का सपना स्वच्छ भारत मिशन जिसके लगभग सात लाख रुपये आया लेकिन निर्माण में धांधली कभी भी गिर जाएगा ये शौचालय ।जब गांव आरसीसी निर्माण चालू हुआ तो गाँव के लोगो ने इसका विरोध किया प्रधान ने स्पष्ट शब्दों में ग्रामीणों को धमकी दे डाली कि सभी अधिकारियों का परसेंटेज फिक्स है हमारा कुछ नही विगडेगा जहाँ चाहो कार्यवाही कर लो।आक्रोशित ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक प्रधान के भ्रष्टाचार की शिकायत आज कर दी है।
अब देखना ये है कि भ्रष्टाचार की व्यान करती तस्वीरो पर कारवाही होती है या सुविधाशुल्क की भेंट चढ़ जाएगी ग्रामीणों की न्याय की आस।