
ब्यूरो चीफ देवेंद्र चौबे जिला (दमोह)
आज बहुत ही शुभ दिन है, मेरी भी एक बेटी है। हम सभी यही मानते हैं बेटियां, बेटो से भी ज्यादा अपने घर का नाम रोशन करती हैं। देखा जाये तो कोई भी बोर्ड एग्जाम हो, उसमें लड़कियों का प्रतिशत लड़कों से अधिक रहता है और यह रुझान लगातार रहता है। क्योंकि बच्चियों की पढ़ने की इच्छा रहती है, उनके अंदर पढ़ने का जज्बा रहता है और मेहनत करने इच्छा रहती है। इस आशय के विचार आज वन स्टाप सेंटर में बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा बालिकाओं के सम्मान कार्यक्रम में व्यक्त किये। इस मौके पर जिले में कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं में प्रथम 10-10 स्थानों पर उत्तीर्ण हुई बालिकाओं का सम्मान किया ।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी माता-पिता से आग्रह करते हुये कहा कि कोई भी बेटी और आगे पढ़ने की कोशिश कर रही है, तो जितना हम से हो सके उतना हमें सहयोग करना चाहिए और जब तक बेटियां पढ़ना चाहती है, तब तक हमें उनका सहयोग करना चाहिये। आज के समय में बहुत ज्यादा परिवर्तन हो गया है, लेकिन हम लोगों को यही उम्मीद है कि और इसमें एक समान शर्त और सामान स्तर पर महिलाओं को पुरुषों से और आगे आना चाहिए। अभी कुछ बेटियो को सम्मानित किया जा रहा है, इसी तरह अगली बार और ज्यादा से ज्यादा बेटियो को सम्मानित करने का मौका हमे मिले और अधिक से अधिक बेटियो को का पढ़ाई-लिखाई पर अच्छा काम हो ।
कार्यक्रम में कक्षा 10 वी में उत्तीर्ण प्रथम 10 स्थानों पर रही बालिकाओं में क्रमशः भूमिका अहिरवार, माही राजूपत हर्षिता तिवारी, कृतिका जैन, प्रगति विश्वकर्मा, श्रेया सुहाने, अंजो कुर्मी, माधवी विश्वकर्मा, आशिया बी एवं शिवानी पटेल साथ ही साथ कक्षा 12 वी में उत्तीर्ण प्रथम 10 स्थानों पर रही बालिकाओं में क्रमशः आयुशी शुक्ला, नेहा उपाध्याय, सिद्धी श्रीवास्तव, नेहा साहू, पूजा गौतम, दामिनी साहू, तनिष्का जैन, चांदनी पटेल, सना बानो एवं कामिनी पटेल बालिकाओं को 10 हजार रूपये प्रति बालिका अतिरिक्त अनुदान राशि से सम्मानित किया गया।
बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण सप्ताह के समापन अवसर पर बच्चों के संरक्षण एवं अधिकारों को संरक्षित करने हेतु हस्ताक्षर कर शपथ ग्रहण की गई।