डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई एसआईआर एवं त्रिस्तरीय पुर्नरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
इंडियन टी वी न्यूज
रिपोर्टर अनिल सोनी
ब्यूरो चीफ बहराइच
बहराइच 15 नवम्बर। त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावली के वृहद् पुनरीक्षण, 2025 में संभावित डुप्लीकेट वोटरों के सत्यापन, भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अर्हता तिथि 01 जनवरी 2026 के आधार पर संचालित विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम में गणना प्रपत्रों के वितरण इत्यादि कार्य की समीक्षा हेतु शुक्रवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने इस पूरी कवायद का मुख्य उद्देश्य त्रुटि रहित मतदाता सूची को तैयार करना ताकि आसन्न निर्वाचनों निर्बाध रूप से सकुशल सम्पन्न कराया जा सके।
डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण तथा विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्य को आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार समयबद्धता के साथ सम्पन्न कराया जाय। डीएम ने कहा कि इस पूरी कवायद का मुख्य उद्देश्य त्रुटि रहित मतदाता सूची को तैयार करना ताकि आसन्न निर्वाचनों निर्बाध रूप से सकुशल सम्पन्न कराया जा सके। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्य एवं त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावली के अन्तर्गत सम्भावित डुप्लीकेट मतदाताओं के सत्यापन कार्य की समीक्षा के दौरान असंतोषजनक प्रगति पाये जाने तथा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के आदेशों का अनुपालन में शिथिलता बरते जाने पर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी रिसिया को प्रतिकूल प्रविष्टि दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावली के वृहद् पुनरीक्षण, 2025-26 के अन्तर्गत पंचायत निर्वाचक नामावली में प्रदर्शित हो रहे सम्भावित डुप्लीकेट मतदाताओं के सत्यापन के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि तीन दिवस में शेष सम्भावित डुप्लीकेट मतदाताओं पर अन्तिम रूप से निर्णय लेकर ऑनलाइन फीडिंग करा दिया जाए। डीएम ने कहा कि डुप्लीकेट मतदाताओं के ऑनलाइन एप्रूवल एवं डिलीशन कार्य हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित सयमसीमा 24 नवम्बर की प्रतिक्षा न करते हुए सभी अधिकारी इस कार्य को आगामी 2 से 3 दिवस में पूर्ण कर लें क्योंकि अन्तिम दिवसों में आयोग के पोर्टल पर अत्यधिक दवाब रहेगा।
समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सम्बन्धित एसडीएम/एईआरओ सयम से सत्यापन सूची उपलब्ध कराने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार किसी जिम्मेदारी की देख रेख में मैन पावर तथा कम्प्यूटर इत्यादि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करायें। डीएम ने कहा कि एप्रूवल एवं डिलीशन का कार्य एसडीएम के अन्तिम निर्णय पर आधारित होता है इसलिए ऑनलाइन कार्य की सूक्ष्म निगरानी के लिए ब्लाकवार नायब तहसीलदार या अन्य अधिकारी को नामित कर दें जिससे कार्य की गुणवत्ता बनी रहे।
विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम (एस.आई.आर.) की समीक्षा के दौरान सभी एईआरओ यथा तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी व नायब तहसीलदारों को निर्देश दिया गया कि सुवरवाइज़र्स व बूथ लेबिल अधिकारियों से समन्वय करते हुए गणना प्रपत्रों का वितरण समय से कराया जाय तथा भरे हुए प्रपत्रों को प्राप्त करते हुए उन्हें बीएलओ ऐप पर लोड भी किया जाय। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि ऐप पर इन्ट्री कार्य में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाय।
उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि गोरखपुर-फैज़ाबाद खण्ड शिक्षक निर्वाचक नामावलियों को समय से तैयार कर लिया जाये ताकि निर्धारित तिथि 25 नवम्बर 2025 को सूची का प्रकाशन कराया जा सके। सभी एसडीएम को यह भी निर्देश दिया गया कि मतदेय स्थलों के सम्भाजन के पश्चात मतदेय स्थलों की सूचिया तैयार कराकर जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध करा दें ताकि तैयार मतदाता सूचियों को अनुमोदन हेतु आयोग को भेजा जा सके। बैठक का संचालन अपर जिलाधिकारी अमित कुमार ने किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, सहायक जिला निर्वाचक अधिकारी (पं) राज कुमार शुक्ला, उप जिलाधिकारी/सहा. निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, तहसीलदार/अति. सहा. निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, तथा सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।