जौनपुर। आचार संहिता लागू होने के उपरांत जिले के मड़ियाहूं नगर पंचायत अध्यक्ष पति कमाल फारूकी द्वारा भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का डर दिखाकर मुस्लिम समुदाय की जमीन पर अवैध रूप से नगर पंचायत का विकास कार्य दिखाकर उनकी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। विदित हो कि नगर पंचायत मडियाहू ने अध्यक्ष रुखसाना फारूकी के पति कमाल फारुकी नगर पंचायत के नवापुरा वार्ड में नगर पंचायत द्वारा विकास कार्य दिखाकर वहां के निवासियों की बैनामा व खेत की जमीन में जबरदस्ती तालाब के नाम पर अवैध खनन करके उस मिट्टी को जेसीबी से उठाकर ट्रैक्टर में भरवा कर उसे बेचा जा रहा है ऐसा वहा के स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है, जबकि सर्व विदित है कि संपूर्ण भारत में लोकसभा के चुनाव के मद्दे नजर आचार संहिता लगा हुआ है जिसके तहत कोई भी विकास कार्य या नया निर्माण कार्य विकास का नहीं कराया जा सकता परंतु नगर पंचायत के अध्यक्ष पति कमाल फारूकी जो कि शासनादेश का भी उल्लंघन करके नगर पंचायत के हर कार्यों में हस्तक्षेप करते चले आ रहे हैं और अपनी पत्नी की जगह संपूर्ण नगर पंचायत का कार्य खुद करते रहते हैं और नगर पंचायत में बैठकर भी नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी और कर्मचारियों पर भी दबाव बनाकर उनसे अनर्गल कार्य करवाते रहते हैं जिसका प्रमाण नगर पंचायत कार्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज में बखूबी देखा जा सकता है अगर सीसीटीवी कैमरा सही है तो यह भी जांच का विषय बना हुआ है,कि नगर पंचायत के संपूर्ण कार्यों को नगर पंचायत में बैठकर अध्यक्ष पति कमाल फारुकी शासनादेश का भी उल्लंघन करते हुए संपूर्ण कार्य करते हैं इसी प्रकार कल दिनांक 27 मार्च 2024 को रात्रि लगभग 7:00 से कार्य नवापुर में बदरूल जमा व अन्य लोगों के पुश्तैनी बैनामा की बेशकीमती जमीन पर जबरदस्ती जेसीबी से खुदवा कर उसकी मिट्टी उठाकर दूसरी जगह बेची जाने लगी तो वहां के लोगों व भूमि स्वामी द्वारा इसका विरोध करने पर कमाल फारुकी द्वारा कहा जाने लगा कि यह भाजपा के योगी आदित्यनाथ का आदेश है यदि तुम लोग मुसलमान हो और मुझे कार्य नहीं करवाने दोगे तो तुम लोगों का संपूर्ण घर बंजर में बना हुआ है तो उसे पर मैं खुद नगर पंचायत की तरफ से बुलडोजर चलवा दूंगा और नाप करने गए कस्बा लेखपाल के ऊपर कमाल फारूकी द्वारा दबाव बनाए जाने लगा कि तुम नाप जैसा मैं कहूं वैसा करो और क्षेत्रीय लेखपाल प्रमोद श्रीवास्तव द्वारा सही व निष्पक्ष नाप करके बताया गया कि आप जहां पर खुदवा रहे हैं वह इन शिकायत कर्ता की बैनामासुदा आराजी नंबर की जमीन है और यहा जल खाते की भूमि नहीं है इन लोगों की भूमि छोड़कर जो जल खाते की भूमि है उसे पर आप तालाब सुंदरीकरण का कार्य करवा सकते हैं तब कमाल फारूकी द्वारा लेखपाल के ऊपर दबाव बनाकर कहा गया कि आप पहले इन लोगों का जो सैकड़ो वर्षों से बने हुए मकान है बंजर में होने का रिपोर्ट करो तो क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा कहा गया कि मैं ऐसी कोई कार्यवाही अपने उच्च अधिकारियों के कहने पर करूंगा या मैं उचित समझूंगा तो करूंगा इस समय मुझे केवल उच्च अधिकारियों ने आदेश दिया है कि तालाब का सीमांकन सही ढंग से किया जाए। इन सब कार्यों से यह विदित होता है कि कमाल अख्तर फारुकी नयापुरा के अल्पसंख्यक समुदाय पर सूबे के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का भय दिखाकर उन लोगों को भ्रमित एवं उन लोगों को भाजपा व राज्य सरकार के खिलाफ भड़काने का कार्य किया जा रहा है। ताकि वह लोग चुनाव के समय भ्रमित होकर निष्पक्ष मतदान न कर पाए। जब इस संबंध में नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी चंदन गौड़ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सीमांकन पहले ही हो चुका है जबकि क्षेत्रीय लेखपाल सीमांकन करने आज दिनांक 28 मार्च 2024 को लगभग 3:00 बजे के आसपास तालाब की भूमि पर सीमांकन करने पहुंचे। इससे पता चलता है कि अधिशासी अधिकारी द्वारा कही गई बात केवल कमाल अख्तर फारुकी द्वारा जो कहा गया था वही बात कह रहे हैं और शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उपजिलाधिकारी मडियाहू कुणाल गौरव से हम लोगों ने दिनांक 27 मार्च 2024 को फोन पर रात्रि को शिकायत की गई जिसके उपरांत कार्य बंद कर दिया गया था लेकिन कमाल फारूकी द्वारा पुनः जाकर अधिकारियों के आदेश को ताख पर रखकर कार्य शुरू करवा दिया गया और शिकायतकर्ता से कहा गया कि चुपचाप बैठो नहीं तो फर्जी मुकदमे में फसवा दूंगा। ज्ञात हो कि पूर्व में इसी तरीके का आरोप लगाते हुए नगर पंचायत के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भाजपा नेता व नगर पंचायत के पूर्व नामित सभासद गोपाल चंद्र केशरी द्वारा अध्यक्ष पति कमाल फारूकी पर नगर पंचायत की सार्वजनिक संपत्तियों पर नुकसान पहुंचाने की गरज से न्यायालय में चल रहे मुकदमा में उचित न रखने का दबाव बनाने के कारण सूबे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उच्च अधिकारियों से इसी तरह की शिकायत करते हुए।