इंडियन टीवी न्यूज़ संवाददाता सोनभद्र चंद्रिका प्रसाद की रिपोर्ट
विस्थापन का झेल रहे दंश, जिम्मेदार मौन
शक्तिनगर (सोनभद्र): खड़िया कोल परियोजना खदान के समीप बस विस्थापित गांव चिल्काडाॅड, निमियाडाॅड और खड़िया नाऊ टोला बस्ती बारिश के मौसम में डंप ओवर बर्डेन मिट्टी से सदैव भयभीत रहता है। गांव के एक और रेलवे लाइन दोहरीकरण का कार्य जोरों पर है तो दूसरी ओर ओवर बर्डेन मिट्टी का पहाड़ मौत के पहाड़ के रूप में खड़ा है ग्रामीणों को बारिश के दिनों में डर बना रहता है कि यदि ओवर बर्डेन मिट्टी पहाड़ भूस्खलित हुआ तो पूरे गांव में मौत का कहर बन सकता है ग्रामीण विस्थापन का दंश झेल रहे हैं। इसी को लेकर खड़िया नाई बस्ती में सोमवार को झमाझम भारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया घरों में ओबी पहाड़ के मिट्टी पानी घुसने से हाहाकार मच गया। खड़िया प्रधान विजय कुमार गुप्ता उर्फ लाल बाबू गुप्ता प्रबंधन को दिए पत्र में हीला हवाली का आरोप लगाते हुए कहा कि सूचना देने के बावजूद प्रबंधन की लचर व्यवस्था से नाई बस्ती में दर्जनों घरों में ओबी पहाड़ों का मिट्टी पानी घरों में घुस गया जिससे रात भर लोग सो नहीं सके। खराब होने वाले सामान को किसी प्रकार बचाकर संभाल गया। लेकिन कई समाने बरसात में डूब कर खराब हो गई। आरोप लगाया कि प्रबंधन द्वारा वॉर्फ वाल बनने से पूर्व आश्वासन दिया था कि नाई बस्ती में समुचित व्यवस्था के साथ सभी प्रकार के दिक्कतों को दूर किया जाएगा लेकिन बरसात के मौसम में भी प्रबंधन के कान पर जू तक नहीं रेंगा जिसका खामियाजा नाई बस्ती के ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है। इसी के साथ आगाह किया कि अगर किसी प्रकार की बस्ती में घटना दुर्घटना होती है तो पूर्ण जिम्मेदारी एनसीएल प्रबंधन की होगी।