नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज
ब्यूरो हजारीबाग
नहीं रही सुकल्याण मोइत्रा की सास-मां बीना बारला
चुरचू मध्य विद्यालय में शिक्षिका के पद से हुई थी सेवानिवृत्त
भारतीय नौसेना के अधिकारी की थी बेटी
हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ सुकल्याण मोइत्रा की सास-मा एवं डॉ मोइत्रा की पत्नी सरिता बरला की माता बीना बारला का निधन बुधवार सुबह चुरचू प्रखंड के डूमर गांव में अपने निवास स्थान में हो गया।
वह कुछ समय से बीमार चल रही थी। उनके पिता स्वर्गीय बसंत अवध्या भारतीय नौसेना से अवकाश प्राप्त किए थे। शिक्षिका के रूप में मध्य विद्यालय चूरचू में लगभग चार दशक की सेवा के बाद वह 2007 में अवकाश प्राप्त की थी। उनके पति अवकाश प्राप्त शिक्षक डेविड बरला का निधन कुछ वर्ष पहले हुआ था।
इनका अंतिम संस्कार ग्राम डूमर में इनके पारिवारिक सिमेट्री मे संपन्न हुआ। आसपास के गांव तथा हजारीबाग नगर से बड़ी संख्या में रिश्तेदार और शुभचिंतक इसमें भाग लिए। रांची और बोकारो जिले से भी रिश्तेदार इस मौके पर अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
डूमर ग्राम के संत लुका चर्च के पादरी निशांत कुमार भूईया एवं पादरी रंजीत मरांडी ने इस अवसर पर प्रार्थना सभा का संचालन किया। मौके पर ईसाई धर्म पुस्तक बाइबल की पंक्तियां पाठ की गई एवं ईसा मसीह के स्मरण में कई अर्थपूर्ण गीत की सामूहिक गायन हुई। अंत में सभी लोगों ने कबर पर पुष्प अर्पण कर उसे सजाया और मोमबत्ती और अगरबत्ती जलाकर बीना बरला को अंतिम विदाई दी।
बीना बारला ने अपने पीछे अपने स्वर्गीय बड़े पुत्र विनय बरला के परिवार के साथ-साथ छोटे पुत्र असीम बरला, दोनों पुत्री सरिता बरला, अर्चना बरला, दामाद सुकल्याण मोइत्रा, शिवाजी मोइत्रा सहित उनके परिवार एवं अनेकों रिश्तेदार को छोड़ गई।