नरेश सोनी इंडियन टीवी न्यूज नेशनल ब्यूरो हजारीबाग।
बड़कागांव की राजनीति: विस्थापन आयोग के गठन पर श्रेय की जंग
पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद का रौशन लाल चौधरी पर पलटवार: ‘झूठा क्रेडिट लेना बंद करें’
हजारीबाग/बड़कागांव: बड़कागांव की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है, जहाँ पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद ने वर्तमान विधायक रौशन लाल चौधरी पर विस्थापन आयोग के गठन का झूठा श्रेय लेने का गंभीर आरोप लगाया है।
अम्बा प्रसाद ने आज एक प्रेस बयान जारी कर विधायक चौधरी पर जमकर निशाना साधा और स्पष्ट किया कि 8 जुलाई 2024 को कैबिनेट से विस्थापन आयोग के गठन की जो प्रक्रिया पूरी हुई है, वह उनके लगातार और अथक प्रयासों का परिणाम है।
“श्रेय लेना तुरंत बंद करें” पूर्व विधायक ने वर्तमान विधायक के दावों को हास्यास्पद बताते हुए कहा, “विधायक रौशन लाल चौधरी जी को यह क्रेडिट लेना तुरंत बंद करना चाहिए। वह ऐसे पेश आते हैं जैसे उनके मुद्दा उठाने के बाद सरकार ने डरकर विस्थापन आयोग का गठन कर दिया। यह हास्यास्पद है।”
अम्बा प्रसाद ने विधायक चौधरी के ज्ञान पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि आयोग का गठन हुआ है या केवल उसकी नियमावली (Rules) बनी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक चौधरी को नियमावली का सार तक पता नहीं है, और न ही उन्हें इसकी सही या गलत होने से कोई लेना-देना है।
“कल बड़कागाँव में खुले मंच से फिर से श्रेय लेने की उनकी कोशिश छल के अलावा कुछ नहीं है,” उन्होंने कहा।
“मेरे कार्यकाल में हुई जीत”: पूर्व विधायक ने अपने प्रयासों का ब्यौरा देते हुए कहा कि उन्होंने विस्थापन आयोग के गठन के लिए कई बार विधानसभा में मामला उठाया, पार्टी फोरम पर लगातार दबाव बनाया, और मुख्यमंत्री से बार-बार आग्रह किया था।
उन्होंने दावा किया, “अंततः मेरी जीत हुई, और विस्थापन आयोग को 8 जुलाई 2024 को कैबिनेट से पास कर दिया गया मेरे ही कार्यकाल मे।”
नियमावली पर चिंता:अम्बा प्रसाद ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि सबसे महत्वपूर्ण पहलू आयोग की नियमावली का है, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने चिंता जताई, “अगर मैं विधानसभा में होती, तो मैं सुनिश्चित करती कि विस्थापितों के हित में सही नियमावली ही पारित हो।”
अंत में, पूर्व विधायक ने विधायक चौधरी पर आरोप लगाया कि अगर वह सही मायने में बड़कागांव के हितैषी होते, तो केवल उनके हर कार्य का क्रेडिट लेने का काम न करते।