बेसिक शिक्षकों की भर्ती न होने के कारण छात्रों का छलका दर्द

सीतापुर। आर एम पी डिग्री कॉलेज सीतापुर में बीएड की परीक्षा देने आए रोहित मिश्रा अश्विनी कुमार मोनिका अलका सहित काफी छात्रों का दर्द इस बात से छलकता हुआ नजर आया । कि विगत लगभग पांच वर्षों से बेसिक शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। छात्रों का कहना था कि हम लोग बड़ी मेहनत से ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी करते हैं। बीएड व बीटीसी की ट्रेनिंग पूरी करते हैं । उसके बाद टीटी पास करने के पश्चात शिक्षक भर्ती की आखिरी परीक्षा सुपर टेट पास करना होता हैं। परन्तु आज आखिरी परीक्षा सुपर टेट विगत लगभग पांच वर्षों से सरकार द्वारा आयोजित ही नहीं कराई गई है। जिससे हजारों छात्र सुपर टेट की परीक्षा दिये बगैर ओवरऐज हो गये है। आज निजी क्षेत्र में खोलें गये बीटीसी बीएड प्रशिक्षण के लिए कालेजों की भरमार है तथा प्रत्येक वर्ष सत्र में प्रशिक्षण भी दिलाया गया। तथा टीटी की परीक्षा भी आयोजित होती रही है। यहां तक कोरोना काल में भी परीक्षा हुई। छात्रों ने सरकार पर आरोप लगाया कि जब शिक्षक भर्ती की आखिरी परीक्षा समय से आयोजित नहीं की जा रही है। तो प्रत्येक वर्ष बीएड बीटीसी की भी परीक्षा नहीं आयोजित किया जाना चाहिए। इसके पीछे छात्रों ने बताया बीएड बीटीसी कालेज ज्यादातर नेताओं के होने के कारण प्रत्येक वर्ष इसलिए आयोजित होती रहती है। कि कालेजों में एडमिशन होते रहे।और कालेज चलते रहे। शिक्षा के नाम पर यह धन्धा अधिकांश रूप से नेताओं और अधिकारियों के पास ही है। प्रजातंत्र में यही दो महान शक्ति है। छात्रों का यह भी कहना था।कि शिक्षकों के पद रिक्त होने के बावजूद सरकार लगभग पांच वर्षों से शिक्षक भर्ती विज्ञापन नहीं निकाल रही है। हम लोग शिक्षक भर्ती की आखिरी परीक्षा में सफल हो या न हो कम से कम आखिरी परीक्षा तो आयोजित होनी चाहिए। जिससे चयनित शिक्षक तो नियुक्त होते रहे।

इंडियन टीवी न्यूज़ अवनीश सिंह सीतापुर

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