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बाड़मेर अपने ही नही सबके राम,हर मन में राम- संत सुखरामदास महाराज

बाड़मेर अपने ही नही सबके राम,हर मन में राम- संत सुखरामदास महाराज
इंडियन न्यूज संवादाता हनुमान चन्द्र बाडमेर

अपने ही नही सबके राम,हर मन में राम- संत सुखरामदास महाराज
संगीतमय सत्संग का हुआ आयोजन
03 घन्टे तक संगीतमय महौल में डटे रहे राम भक्त
बालाजी परिवार की ओर से आयोजित हुआ भव्य आयोजन
बाड़मेर। अयोध्या में राम मन्दिर प्रतिश्ठा को लेकर देषभर में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। देष के अन्तिम छोर बाड़मेर में भी कई दिनभर आयोजन हुए। इसी कड़ी में मंगल बालाजी परिवार एवं श्रीमाली समाज के तत्वावधान में संगीममय सत्संग एवं हनुमान चालीसा पाठ किया गया। मंगल बालाजी परिवार के आनन्द गुप्ता ने बताया कि श्रीमाली बगेची स्टेषन रोड़ पर संगीतमय भक्ति सत्संग के साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ किए गए। गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारम्भ श्रीगणेष भगवान के आवाहन से हुआ उसके पश्चात 13 हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। उसके बाद राम सतुति एवं विजय मंत्र श्रीराम जयराम-जयजयराम का उचारण किया गया। गुप्ता ने बताया कि रामचरित्र मानस के उतरकाण्ड में भगवान श्रीराम के राज्यभिशेक की चौपाईयों का संगीतमय पठन हुआ। पठन के दौरान भक्तों ने जमकर कदम भी थिरकाए। संगीतकार सरूप पंवार की ओर से राम रतन धन पायों को गाकर माहौल को राममय कर दिया। इस कडी में रामस्नेही संम्प्रदाय के संत सुखराम दास ने कहा कि वैसे तो हम राम राज में ही जीवन यापन कर रहे है लेकिन पिछले एक सप्ताह से जो राममय माहौल मैं देख रहा हुं वो मैंने कभी नही देखा। देष के अन्तिम छोर बाड़मेर लेकर कष्मीर तक जहां देखों राम नाम के पोस्टर,बैनर के साथ-साथ ऐसे आयोजन हो रहे जिसकी कल्पना आम व्यक्ति ने षायद ही की हो। उन्होंने कहा कि अब तो विष्व के कई देष भी राम के रंग में रंगे नजर आ रहे है। यही हमारें सनातन धर्म की खुबसुरती है कि वो सबको अपने रंग में रंग देते है। कार्यक्रम के अन्त में कार सेवक अम्बालाल जोषी का सम्मान किया गया। इस दौरान जोषी अपने कार सेवा के अनुभवों को भी साझा करते हुए कहा कि मैं भाग्यषाली हुं मैं 1990 और 1992 दोनो बार कार सेवक के रूप में भाग ले पाया। अपनी बात साझा करते हुए भावुक होते हुए कहा कि आज 34 साल बाद जब राम मन्दिर का सपना साकार होने जा रहा है। ये केवल कार सेवकों का सपना नही था ये भारत के 140 करोड़ जनता का सपना है जो साकार होने जा रहा है। मेरे मन में राम,तन में राम और रोम-रोम में राम कहते उन्हांने अपनी बात को विराम दिया।  गुप्ता ने बताया कि  बालाजी परिवार की ओर से सन्त सुखरामदास महाराज एवं कार सेवक अम्बालाल जोषी एवं श्रीमाली समाज के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार दवे का सम्मान किया गया। गुप्ता ने कार्यक्रम को समापन कि ओर से ले जाते हुए कहा कि हम सबके लिए गर्व और गौरव की बात है कि बालाजी परिवार रामकाज के इस आयोजन का हिस्सा बन पाए है। राम जी के संगीतमय सत्संग का आखरी पड़ाव प्रभुश्री राम जी की आरती की गई उसके पश्चात पुश्पाजंलि के साथ प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इनका रहा विषेश सहयोग- आनन्द गुप्ता ने बताया कि बाड़मेर में रहे पूर्व अतिरिक्त जिला कलक्टर सुरेन्द्रसिंह राजपुरोहित, महावीर बोथरा,तरूण श्रीमाली,नरेन्द्रसिंह,पण्डित सुनिल दवे,संगीता,रूकमणी, नीलम सहित बालाजी परिवार के सदस्यों का पूर्ण सहयोग रहा।
आनन्द गुप्ता
मंगल बालाजी परिवार,बाड़मेर

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