सिंधु संस्कृति को सदियों तक जीवित रखने के लिए श्री झूलेलाल समर्थ पैनल के युवाओं की अनोखी पहल।
खंडवा गंगा अटल सेवा। नगर के विभिन्न क्षेत्रों में निवासरत सिंधी समाजजनों द्वारा 10 अप्रैल को अपने इष्ट देव भगवान श्री झूलेलाल का 1074 वां जन्मोत्सव चेटीचंड सिंधियत दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन निकलने वाली विशाल वाहन में यात्रा में प्रत्येक युवा सिंध से लाई हुई सिंधी टोपी और अजरख(पीताम्बर) पहनेगा। इस दिन संपूर्ण विश्व में निवासरत सिंधी समाजजनों द्वारा पूर्ण उत्साह एवं श्रद्धा के साथ प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए श्री झूलेलाल समर्थ पैनल अध्यक्ष प्रदीप कोटवानी एवं प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि चेटीचंड 10 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से सिंधी कॉलोनी स्थित प्राचीन श्री झूलेलाल मंदिर से श्री झूलेलाल नवयुवक मंडल एवं श्री झूलेलाल समर्थ पैनल के समस्त सदस्यों की उपस्थिति एवं समाज के वरिष्ठों की मौजूदगी में एक विशाल वाहन रैली भगवान श्री झूलेलाल के जयकारों के साथ निकाली जायेगी। इस दौरान प्रत्येक युवा अपनी सिंधु संस्कृति को सदियों तक जीवित रखने के लिए सिंध से बडी़ संख्या में मंगवायी हुई सिंधी टोपियां एवं अजरख (पीताम्बर) ओढ़ कर वाहन रैली में शामिल होगा। यह रैली संपूर्ण नगर में अनुठी छटा बिखैरेगी। श्री मंगवानी ने यह भी बताया कि वाहन रैली को लेकर युवा साथियों में कॉफी उत्साह का वातावरण है। शुक्रवार को श्री झूलेलाल मंदिर में श्री झूलेलाल समर्थ पैनल के अध्यक्ष प्रदीप कोटवानी, रजत मंगवानी, अनिल सबनानी, आशिष राजानी, गिरीश नेभनानी, सागर सचदेव, राहुल गेलानी, निर्मल मंगवानी, रोहित आर्तवानी एवं संजय लालवानी आदि सहित अनेक सदस्यों द्वारा सिंधी टोपी और अजरख का प्रदर्शन कर युवा साथियों को वाहन रैली में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया।