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प्राथमिक शाला स्कूल को बनाया स्वच्छ एवं सुंदर

संवाददाता महेन्द्र पाण्डेय

रजवांस। कहते हैं शिक्षक समाज का वह बल्ब है जो खुद जलकर दूसरों के घरों को रोशन करता है। सागर जिले के संकुल रजवांस से प्राथमिक शाला गंभीरिया रैयतबाली विद्यालय में कार्यरत शिक्षक कन्हैया लाल राय वह दीपक है, जो खुद जलकर विद्यार्थियों को रोशन कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों को लेकर अक्सर लोगों की सोच बहुत अच्छी नहीं होती लेकिन विकासखंड मालथौन के संकुल केंद्र रजवांस के अंतर्गत दूरस्थ अंचल में स्थित प्राथमिक शाला गंभीरिया के एक अध्यापक ने साबित कर दिया है कि स्कूल अच्छा-बुरा नहीं होता, बल्कि उसे शिक्षक अच्छा या बुरा बनाते हैं।

गंभीरया गांव में अध्यापक कन्हैया लाल राय के प्रयासों से यहां का प्राइमरी स्कूल इतना खूबसूरत दिखता है कि इसे आप शिक्षा के मंदिर की ही उपाधि देंगे। हालांकि इसके लिए स्कूल की अध्यापक ने अपनी मेहनत और लगन के साथ अपनी कमाई भी लगाई है। कन्हैया लाला की नियुक्ति साल 2000 में बतौर शिक्षक के रूप स्कूल में हुई थी। छोटे से गांव में स्कूल में स्थापना वर्ष से संचालित इस स्कूल की दुर्दशा इतनी थी जिसकी बयां नहीं किया जा सकता और स्कूल बिल्डिंग बदरंग दिखाई देती थी।

इसके बाद कन्हैया लाला राय ने स्कूल का कायाकल्प करने की ठान ली। उन्होंने स्कूल की बिल्डिंग की साफ-सफाई करवाई बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाया। प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाए दी। उच्च शिक्षा देने के लिए बच्चों को बैठने के लिए व्यवस्था, शौचालय, पीने के लिए पानी एवं विद्यालय में एक नर्सरी बनवाई, जिसमें कई प्रकार के पेड़ पौधे लगवाए और स्कूल की दीवारों पर मध्यप्रदेश सा. ज्ञान चार्ट सहित खूबसूरत चित्र सजाए। उनकी लगन देखकर गांववालों ने बच्चों को स्कूल भेजना शुरू किया और संख्या बढ़ने लगी। साथ ही स्कूल में किचनगार्डन,  की स्थापना की गई, जहां केला, नींबू कटहल चीकू अमरूद अनार आदि फल फूल के पौधे लगे हुए हैं। वही स्कूल कि दीवार प्रदर्शित यह संकेत दे रही हैं कि एक नया सवेरा लाएंगे, पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे। इस सरकारी विद्यालय में प्राइवेट विद्यालयों जैसी सुविधाएं दी गईं। पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता को ध्यान में रखकर कार्य करते हैं। वही पिछले वर्षो में कन्हैया लाल राय जिले के पीटीसी ग्राउंड में अपनी शाला कि सुंदर सजावट एवं आसपास कि सभी शालाओं कि साज सज्जा का उत्कृष्ट कार्य,  स्कूल चले अभियान एवं शिक्षण में सराहनीय कार्यों में तीन बार प्रशस्ति पत्र प्रमाण पत्र से सम्मानित किये जा चुके हैं।

वही राय ने कहा इस कार्य में डाइट सागर से श्री डॉ गौतम जी, पूर्व डी पी सी श्री एच पी कुर्मी जी, श्री अभय श्रीवास्तव जी, मालथोन विकास खंड से श्री जी० पी० अहिरवार जी (BRC), श्री नरेश कुमार राय (BAC), संकुल रजवांस से श्री मुकेश तिवारी जी एवं श्री रामनरेश तिवारी जी (प्राचार्य), अतिथि शिक्षक रामसरण सेन का विशेष योगदान रहा।

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