
*किसी देश के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा दिन तब होता है जब एक ज़मीन से निकला व्यक्ति देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचता है।*
*आज इन तस्वीरों को देखकर देश के प्रत्येक व्यक्ति को गर्व महसूस करना चाहिए क्योंकि यही तो हमारे लोकतंत्र की ताक़त है।*
*ज़मीन से उठकर, लाठियां खाकर, संघर्ष करके पार्लियामेंट तक का रास्ता एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति के लिए आसान तो बिल्कुल भी नहीं होता है मगर इसे चंद्रशेखर आज़ाद ने कर दिखाया।*रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर