
*अखिल भारतीय पत्रकार प्रेस क्लब की आकस्मिक मीटिंग संपन्न मीटिंग में कहां दो-टूक, पत्रकार खुद को अकेला ना समझे-*
*संगठन पूरी तरह हर पीड़ित पत्रकार के साथ-कहीं प्रदेशों में संगठन का कब्जा*
*जनपद में अवैध उगाई करने वाले पत्रकारों की हो जांच संगठन ने उठाई मांग-*
सहारनपुर।अखिल भारतीय पत्रकार प्रेस क्लब के राष्ट्रीय पदाधिकारी की आकस्मिक मीटिंग संपन्न।
मीटिंग के दौरान सभी पत्रकारों ने साफ कर दिया कि अक्सर कलमकार पत्रकारों के साथ ऐसा ही होता है जैसा मोनू कुमार के साथ हुआ जबकि संगठन ने पहले ही साफ कर दिया था कि अखिल भारतीय पत्रकार प्रेस क्लब तन मन धन से पीड़ित पत्रकार के साथ है। क्योंकि यह नई बात नहीं है कि समाचार प्रकाशित करने पर पत्रकार पर मुकदमा और उसके बाद अखबार से निष्कासित कर दिया हो और वहीं कुछ संगठन धारीयो ने भी उसे निष्कासित कर दिया हो ऐसे में पीड़ित का कौन साहरा अगर मोनू कुमार संगठन से मदद मांगेगा तो संगठन तन-मन धन से मोनू कुमार के साथ है।और पत्रकार की लड़ाई आखिरी छोर तक लड़ी जाएगी उसके लिए माननीय न्यायालय सबका पक्ष सुनता है। हर एक पहलू की जांच बारीकी से होगी जबकि संगठन की दो सदस्य टीम सबूतों की फाइलें बना रही है। इन सबूतो से कई लोग नंगे हो जाएंगे।जबकि संगठन की एक टीम ने मोनू कुमार से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अभी तक मोनू कुमार से संपर्क नहीं हो पाया संपर्क होने के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी।
वही संगठन मजबूती के साथ हर एक ओरिजिनल पत्रकार के साथ खड़ा है। वही जनपद के पत्रकारों में भी राजनीति तेज हो गई है क्योंकि अधिकांश उठाई गिरे एवंम ब्लैकमेलिंग करने वाले पत्रकारों के मसीहाओं के संरक्षक पर अवैध रूप से उगाई करने वाले यूट्यूबरो एवं व्हाट्सएप चलाने वाले लोग भोली भाली जनता से उगाही कर रहे हैं।जबकि ऐसे ही लोगों के कारण पिछले कुछ दिनों से जनपद सहारनपुर में मीडिया का स्तर लगातार गिरा है।
कुछ पत्रकारों पर राजनीति करने वाले लोगों ने उन्हें खुलेआम छूट दे रखी है कि वह खुलकर धोखाधड़ी एवं उगाई करें हम उनके साथ हैं। अगर थोड़ा बहुत भी व्हाट्सएप पर लिखना आता है तो आप पत्रकार हैं।जबकि समाज का शोषण ऐसे ही लोग करते हैं। ऐसे लोग मीडिया के नाम पर बदनुमा दाग है कभी लकड़ी काटने वालों से अवैध उगाई करते हैं तो कभी मिट्टी धुलाई करने वालों से कभी चक्की चलाने वालों से तो कभी मकान बनाने वालों से।
अखिल भारतीय पत्रकार प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि जनपद सहारनपुर में मीडिया के नाम पर अवैध उगाही एवंम अपराधिक किस्म के लोगों की जांच करा तथा ऐसे लोगों की पहचान करा उन पर कठोर धाराओं में मुकदमा पंजीकरण करा उन्हें चिन्हित कारण ताकि जनता को राहत मिल सके। वही जनपद में साफ सुथरी छवि वाले वाले पत्रकारो का सांस तक लेना दुश्वार हो गया है।
जबकि जनपद सहारनपुर में पीड़ितों की शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने ब्लैकमेलिंग करने वाले फर्जी पत्रकारो पर मुकदमे तक पंजीकृत कराए हैं। लेकिन उसके बाद भी जनपद से लेकर गांव देहात तक अवैध उगाही बंद होने का नाम नहीं ले रही। ऐसे लोग पत्रकारिता के नाम पर एक बदनुमा दाग है। सूत्र बताते हैं कि जनपद में दर्जनों से ज्यादा संगठन संचालित है। वहीं सूत्रों की माने तो कुछ संगठन संचालक भी अवैध कार्यों में पूरी तरह से लिपट है।समाचार पत्र व पत्रिकाओं के नाम पर अवैध रूप से यूट्यूब चैनल बनाकर लोगों पर रोग ग़ालिब करने के साथ-साथ जनपद की कोतवाली थानों पर उनका कब्जा है। ऐसे व्हाट्सएप चलाने वाले खुद को बड़ा पत्रकार बताते हैं।वही सूत्र यहां तक बताते हैं कि जनपद के कुछ भू माफिया टाइप के अवैध कार्यों में लिफ्ट अर्जी-फर्जी पत्रकारों के संरक्षण दाता मटाधीश शबाब कबाब अय्याशी तक मीडिया की आड़ में करते हैं। ऐसे सब लोगों की जांच होनी चाहिए।आकस्मिक मीटिंग में इस दौरान अनेक पत्रकार मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट। रमेश सैनी सहारनपुर