
मंडल ब्यूरो चीफ चंद्रजीत सिंह की रिपोर्ट
यूपी के बलिया जिला इन दिनों अवैध वसूली के खेल के लिए सुर्ख़ियों में हैं। यूपी-बिहार बॉर्डर पर बने भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली का खेल खुल्लमखुल्ला चल रहा था। ऐसा ही मामला यूपी के बॉर्डर पर बसे सोनभद्र जिले का भी है। यूपी के जुगैल थाना और मध्यप्रदेश के गढ़वा थाने की बॉर्डर पुलिस की जानकारी में अवैध बालू खनन का परिवहन जोरों पर है। बिना रोकटोक के सोन नदी की तलहटी से दिन और रात के अंधेरे में जमकर अवैध खनन का परिवहन हो रहा। स्थानीय लोग बताते है कि चाहे बालू की लीज चालू हो या बंद हो बालू माफियां अवैध खनन में पूरे साल लिप्त रहते है। यूपी के जुगैल थाना से लेकर एमपी के गढ़वा थाने तक दर्जनों अवैध बालू लदे वाहन चक्रमण करते देखे जा सकते है। बॉर्डर एरिया पार कराने के नाम पर प्रति चक्कर वाहन से बड़ी राशि वसूली जाती है। यूपी-एमपी बॉर्डर के सिमीरीहवा, लमसरई पिपरझर व अन्य क्षेत्रों में जमकर अवैध बालू खनन का परिवहन जोरों पर है। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत भी की थी लेकिन मामला अवैध खननकर्ताओं तक पहुंचा दिया गया। जिसके बाद गाली गलौज का सिलसिला जो जारी हुआ था वो आज भी शिकायतकर्ता सुन रहा है। बलिया कांड के बाद हुए कार्रवाई के बाद यूपी-एमपी बॉर्डर एरिया पर बसे लोगों की उम्मीद जगी है कि अब बॉर्डर पर अवैध खनन और परिवहन बंद हो जाएगा। मामले का संज्ञान उच्च अधिकारियों को भी है लेकिन अधिकारी अब भी सचेत नहीं दिख रहे।