*क्षमावाणी पर आपसे क्षमाभाव इस निवेदन के साथ की कृपा दिल से क्षमा कर अनुग्रहित करे*
*आओ न दिलों की दूरियाँ मिटा लेते हैं*
*गिले शिकवों को दिल से भुला देते हैं।*
*छोटी सी ज़िंदगी हैं तो मुस्कुरा लेते हैं,*
*दिलों में बसी नफ़रत को पिघला देते हैं*
*यहाँ न कुछ हमारा हैं और न तुम्हारा है,आओ न कुछ पल साथ में बिता लेते हैं*
*ज़िंदगी कैसी भी छोटी या बड़ी जैसी है,ख़ुशी के लम्हों को यादगार बना देते हैं*
*आत्मा की शुद्धि और अहिंसा के साक्षात्कार का पर्व है क्षमा वाणी और इस अवसर पर हमें भीतर झांकने और मन वचन काय से हुई ज्ञान और अज्ञान वश प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हुई उन सब त्रुटियों को स्वीकार कर क्षमा मांगने की प्रेरणा देता है*
*और मैं जैन समाज का अध्यक्ष नागरिक सुरक्षा का चीफ वार्डन और पत्रकार होने के साथ-साथ कई और बड़ी संस्थाओं से जुड़ा हुआ हूं ऐसे में निश्चित रूप से मेरे व्यवहार मेरी वाणी या अन्य किसी कृत्य से आपको कष्ट पहुंचाना स्वाभाविक है।*
*कभी वाणी संघर्ष भी हुआ होगा और उससे मन में चोट भी जरूर पहुंची होगी*
संभवतः मैंने जाने अनजाने में
आपको अपने मन वचन काया प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष विवेक अविवेक,
*अपने कृत्य या समाचार पोस्ट करने से व्यवहार या अन्य किसी भी तरह से आपको कष्ट पहुंचा हो तो इसके लिए आज मेरे अधरों पर केवल दो ही शब्द है*
*और मैं सभी से करबद्ध होकर क्षमा भाव करता हूं**
*क्षमा केवल एक शब्द नहीं है एक ऐसा भाव है जो मैं आपके समक्ष कर रहा हूं और इसके पश्चात मुझे उम्मीद है आशा है कि आप उतने ही निर्मल मन और सहजता से मुझे अपना प्यार आशीर्वाद के रूप में देकर ऊर्जा प्रदान करेंगे*
*और इससे मेरा मन स्वच्छ और आत्मा निर्मल होगी*
*क्षमा प्राथी*
*राजेश कुमार जैन*
*चीफ वार्डन सिविल डिफेंस* *अध्यक्ष जैन समाज*
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़