उन्होंने यह राजनीतिक फैसला ऐसे वक्त में लिया है, जब राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं. श्रंगारे ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वह लोक कल्याण और लातुर के विकास को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पूर्व सांसद सुधाकर ने कहा कि प्रगतिशील भविष्य को लेकर कांग्रेस के दृष्टिकोण में अपने विश्वास के कारण उन्होंने इस पार्टी को ज्वाइन किया है. सुधाकर को अमित देशमुख और दिलीपराव देशमुख की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन कराया गया.सुधाकर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट से चुनाव जीता था. 2024 के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें फिर टिकट दिया, लेकिन वह कांग्रेस के शिवाजीराव कालगे से हार गए,लातुर सिटी का परिसीमन कर इसे लातुर सिटी और लातुर ग्रामीण बना दिया गया था. यहां हमेशा कांग्रेस का दबदबा है. लातुर सिटी से अमित देशमुख जीतते आ रहे हैं, बीजेपी ने लातुर सिटी से अर्चना चाकुरकर और लातुर ग्रामीण से रमेश कराड को टिकट दिया है।
आशुतोष मिश्रा मुंबई से रिपोर्ट।