विश्व मात्स्यिकी दिवस पर मत्स्यपालन से जुड़े सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं: सुनीता शाही/विधानचंद।
विश्व मत्स्यिकी दिवस आज विकास भवन स्थित मत्स्य विभाग कार्यालय में धूमधाम से मनाया गया, विभाग ने विश्व मत्स्य दिवस 2024 के उपलक्ष्य में राज्य के प्रगतिशील मत्स्य कृषकों के लिए “मत्स्य पालन में हालिया प्रगति” पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया और मत्स्य कृषकों के साथ एक उपयोगी बातचीत भी की, बाद में, विभाग ने एक औपचारिक कार्यक्रम आयोजित किया जिसकी अध्यक्षता मत्स्य विकास अधिकारी विधानचन्द ने की, कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नामित मछुआ समिति के सदस्य शिशपाल कश्यप ने भी भाग लिया और उन्होने मछुआ समुदाय के लोंगो की विभिन्न समस्याओं से विभाग को अवगत कराया, इस मौके पर मत्स्य विकास अधिकारी विधानचन्द ने दुनिया भर के सभी मछुआरों, जलीय कृषि और प्रभावित हितधारकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए विश्व मत्स्य पालन दिवस मनाने के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने मछली पालकों को मछली पालन के लाभदायक उपक्रमों के बारे में अन्य किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने और ज़िलें में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित किया, इसके अलावा, उन्होंने एकीकृत मछली पालन के महत्व पर जोर दिया जो अतिरिक्त आय उत्पन्न करता है और मछली पालन के माध्यम से, कोई बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा की समस्या का समाधान कर सकता है, मत्स्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता शाही ने बताया कि मत्स्य पालन से जुड़े लोगों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं संचालित हैं, कहा कि मछली पालन करते हैं या फिर इससे जुड़े व्यवसाय और काम करते हैं तो बीमा का लाभ जरूर लें, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत ऐसे लोगों को बीमा का लाभ दिया जा रहा है, इस व्यवसाय से जुड़े लोग जानकारी न होने पर योजना का लाभ नहीं ले पाते हैं, मछुआ बीमा योजना को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत ही कर दिया गया है, जनपद में कई ऐसे लोग है जो मछली पालन, मछली खरीदना बेचना, नाव चलाना या निर्माण करने के साथ ही जाल बनाने का काम करते हैं, लेकिन इन लोगों को बीमा योजना की जानकारी के अभाव में लाभ नहीं मिल पाता है, ऐसे में कोई अनहोनी होने या फिर दुर्घटना के बाद इन पर आश्रित परिवार को बीमा की रकम नहीं मिल पाती है, इस योजना का लाभ लेने पर दुर्घटना या फिर आपदा में मौत होने पर 05 लाख रुपये, दुर्घटना में घायल होने व दिव्यांग होने पर 02.5 लाख, आकस्मिक अस्पताल खर्च 25 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता राशि दी जाती है, इस बीमा का लाभ लेने के लिए मत्स्य विभाग में पंजीकरण कराना अनिवार्य है, बिना पंजीकरण के बीमा का लाभ नहीं मिल सकेगा, यह बीमा मछुआ समुदाय का मुफ़्त किया जाता है, कार्यक्रम में सौर ऊर्जा व मछ्ली पालन के समय होने वाली बीमारियों व अन्य समस्याओं से मछुआ समुदाय के लोगों को जागरूक किया गया साथ ही इसका लाभ लेने के लिये प्रोत्साहित भी किया, वही आज सभी मछुआ समुदाय के लोगों का विभाग द्वारा NFDP पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी कराया गया, इसके साथ सभी मछुआ समुदाय के लोगो को NFDP पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के प्रमाण पत्र वितरित किये गए, कार्यक्रम का समापन मत्स्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती सुनीता शाही, मत्स्य विकास अधिकारी विधानचन्द, कनिष्ठ सहायक गरिमा चौधरी, रोहित कुमार सहित प्रदीप, धर्म सिंह, ऋषिपाल, भोपाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, इस मौके पर शिशपाल कश्यप, रोहताश कश्यप, सोनू कश्यप, बाबूराम कश्यप, सिलचंद, आनंद कश्यप, प्रदीप कश्यप सहित काफी संख्या में मछुआ समुदाय के लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़