नैनो यूरिया का प्रयोग कर किसान अपनी आय में करें वृद्धि

नदीम अहमद पत्रकार इंडियन टीवी न्यूज़ मऊ उत्तर प्रदेश

 

नैनो यूरिया का प्रयोग कर किसान अपनी आय में करें वृद्धि

 

ड्रोन दीदी एवं ड्रोन सहायकों का होगा चयन

 

जनपद मऊ के जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत नमो ड्रोन दीदी एवं ड्रोन सहायकों के चयन हेतु समिति के सदस्यों के साथ बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान उपायुक्त एन.आर.एल.एम. उपेंद्र पाठक द्वारा बताया गया कि नमो ड्रोन दीदी के चयन होने से लाभों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समूहों के चयन, महिला पायलट के चयन एवं योजना के क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण एवं प्रगति की समीक्षा हेतु जनपद स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारी समिति, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, डीडीएम नाबार्ड, जिला प्रबंधक समन्वयक लीड बैंक एवं जिला प्रबंधक इफको सदस्य होंगे तथा उपायुक्त एन.आर.एल.एम. सदस्य सचिव रहेंगे। उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय समिति द्वारा लक्षित क्षेत्रफल के सापेक्ष चयनित भू-भागके आधार पर संबंधित नोडल सीएलएफ का चयन किया जाएगा। चयनित संकुल स्तरीय संघ सीएलएफ के दायित्वों के संबंध में उन्होंने बताया कि अपने अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह सदस्यों को नमो ड्रोन के संचालन हेतु पायलट एवं सहायक रूप में चयनित करना है। ड्रोन का सुचारू रूप से संचालन एवं आर्थिक व्यवहार्यता को सुनिश्चित करना। कृषकों एवं स्वयं सहायता समूह सदस्यों को ड्रोन उपयोग के लाभ के प्रति जागरूकता बढ़ाना। सीएफएफ के पदाधिकारी के माध्यम से उर्वरक कंपनियों एवं उर्वरक कीटनाशक विक्रेताओं से समन्वय नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी को मांग के अनुरूप उपलब्ध करवाना। एक दूसरे से सटी हुई कम से कम 1000 से 1500 हेक्टेयर कृषि भूमि में व्यावसायिक फसलों की उपलब्धता। ऐसे क्लस्टर जहां 4000 एकड़ या अधिक की भूमि कृषि हेतु संचित हो। ऐसे कृषि क्षेत्र जहां अधिक उर्वरक एवं कीटनाशक की खपत हो, के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि नमो ड्रोन के माध्यम से फसलों को बेहतर उपज के लिए प्रयोग किया जाएगा। जिससे फसल पहले की अपेक्षा ड्रोन के प्रयोग से फसल अच्छी और अधिक उपज होगी। किसान अधिक मात्रा में यूरिया खाद डालता था अब ड्रोन के प्रयोग से कम खर्चे में अधिक उपज कर सकेगा। कृषि वैज्ञानिक द्वारा बताया गया कि नैनो यूरिया का ड्रोन के माध्यम से छिड़काव कर कृषक अपनी आय में वृद्धि कर सकता है। उन्होंने बताया कि साधारण यूरिया अपने खेतों में डालते हैं तो उससे अनाज या सब्जी पर आनेको प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। इसलिए नैनो यूरिया का किसान अधिक से अधिक प्रयोग करें और भविष्य में होने वाली बीमारियों से बचें।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, जिला कृषि अधिकारी सोम प्रकाश गुप्ता सहित जनपद स्तरीय समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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