बीएड धारी शिक्षकों की बर्खास्तगी से शिक्षा संकट, ग्रामीणों ने की कलेक्टर से शिकायत

जिला ब्यूरो – विजय साहू 

कोण्डागांव जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ग्रामीणों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर छत्तीसगढ़ में बीएड डिग्री धारक सहायक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। इस फैसले का असर कोण्डागांव जिले पर गहरा पड़ा है, जहां 353 बीएड सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी के साथ ही शिक्षा व्यवस्था लड़खड़ा गई है। जिले के कई स्कूल एकल शिक्षक विद्यालय बन गए हैं, जबकि कुछ स्कूलों में शिक्षकों का अभाव हो गया है। इस स्थिति से चिंतित ग्रामीणों का एक दल 10 जनवरी को कलेक्टर कार्यालय पहुंचा और अपनी समस्याएं रखीं।

 

ग्रामीणों की चिंता

कोण्डागांव के किबई बालेंगा गांव से आए ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात कर स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षकों की बर्खास्तगी से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में तत्काल शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की।

 

शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया

जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने कहा कि बर्खास्तगी के चलते कई स्कूलों में शिक्षक विहीन स्थिति हो सकती है। उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों से डाटा मंगाया गया है, जिसके आधार पर वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा विभाग ने आश्वासन दिया है कि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी।

 

ग्रामीणों और शिक्षा विभाग के इस संवाद के बाद जिले में शिक्षा संकट के समाधान की उम्मीद जताई जा रही है।

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