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न्याय के लिये दर दर भटक रही रीवा की बेटी दबंग ने किया सिस्टम को शर्मसार

शिवराज का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा हुआ शर्मसार अब तो शर्म करो शिवराज धरातल पर बेटी बचायी नहीं जा रही मिटाई जा रही|
रीवा की एक बेटी प्रशंसा द्विवेदी जो की पद्मश्री विद्यालय की संचालिका हैं उनके विद्यालय के पूर्व छात्र वा छात्रा के पिता अमित द्विवेदी जो की वर्तमान समय मे नगर निगम रीवा की कचरा गाड़ी का ड्राइवर है उसके द्वारा विद्यालय की संचालिका के खिलाफ जबरन झूठी शिकायते वा विद्यालय प्रांगड़ मे घुस कर मारपीट करने वा जान से मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश मे आया है l आपको बता दे की पूर्व मे अमित द्विवेदी ने संचालिका के खिलाफ दुष्प्रचार वा कूटरचित शिकायत की थी जिसका निराकरण भी हो गया था लेकिन अमित द्विवेदी हाथ धो कर संचालिका वा विद्यालय के पीछे पड़ा हुआ है l विद्यालय की संचालिका का कहना है की अमित द्विवेदी के द्वारा विद्यालय की बकाया शुल्क तक नहीं जमा की गयी है वा जबरन बच्चों क प्रवेश अन्यत्र करवा दिया गया है अब अभिभावक अमित के द्वारा विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं वा संचालिका पर अनावश्यक दवाब बनाया जा रहा है वा फर्जी कूट रचित आधारो पर विद्यालय की क्षवि को धूमिल किया जा रहा है|
अमित द्विवेदी है पुराना चावल
कहते हैं की पुराना चावल पुराना अचार आसानी से नहीं गलते उसी प्रकार अमित द्विवेदी भी दबंग किस्म का व्यक्ति है वा इसके ऊपर पूर्व मे भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनका रीवा न्यायलय मे प्रकरण भी चल रहे हैं अमित द्विवेदी की पत्नी वा ससुर मिलकर संचालिका को कर रहे परेशान अमित द्विवेदी का ससुर जो की जोंधी गांव का सरपंच है वा पत्नी जो की रीवा मे ब्यूटी पार्लर वा बुटीक क संचालन करतीं है संचालिका को झूठे मनगढ़त मामले मे फ़साने का कार्य कर रहे हैं

अमित द्विबेदी की पत्नी के हैँ बड़े नेताओं से समबंध
सूत्रों की मानें तो अमित द्विवेदी की पत्नी के समबंध बड़े नेताओं के साथ साथ पुलिस के आला अधिकारियो से भी हैं आए दिन ओहदे दार लोग अमित द्विवेदी की चौखट चूमने जाते देखे जा सकते हैं आमदनी है 10000 महीना फिर भी था गरीबी रेखा से निचे लगातार ले रहा था लाभ जाँच मे पाया गया दोषी फिर भी नहीं हुई कोई कार्यवाही अमित द्विवेदी को 10500 मासिक का वेतन मिल रहा था पत्नी भी कमा रही थी पर ससुर के सरपंच होने का लाभ लेकर अमित द्विवेदी वा उसका परिवार गरीबी रेखा के निचे जीवन यापन करनेवाले लोगो मे था l मामला संज्ञान मे आने पर SDM रामनगर द्वारा अमित द्विवेदी का नाम तो हटवा दिया गया परन्तु अब तक लिये गए लाभकी वसूली नहीं की गयी जबकि अमित द्विवेदी वा उसके ससुर ने सरासर क़ानून का उल्लंघन किया है l सरकार के साथ धोखा किया है जिसपर बाकायदे जाँच कर IPC की धारा 420बी, 467, 468 का अपराध क़ायम कर मामले को सक्षम न्यायलय मे निराकरण हेतु भेजा जाना न्याय संगत था परन्तु नेताओं ने ऐसा नहीं होने दिया पत्नी के मधुर संबंधों का लाभ लेकर अमित द्विवेदी क़ानून को भी ठेंगा दिखा रहा|
आखिर संचालिका से अमित क्या चाहता है
सूत्रों की मानें तो अमित द्विवेदी विद्यालय की संचालिका से अपने बच्चों की टीसी वा अंकसूची चाहता है परन्तु निर्धारित शुल्क नहीं जमा करना चाहता शराब की बोतल हाथ मे लेकर किराये के गुंडों के साथ आए दिन आता है विद्यालय अमित द्विवेदी आए दिन विद्यालय प्रांगड़ मे शराब के नशे मे धुत होकर गाली गलौज करता है सारी शिक्षिकाओं को गालियां देता है वा जान से मारने की धमकी देता है|
आखिर कब होगा इंसाफ, बेटियां कैसे होंगी आत्मनिर्भर
मप्र मे अगर आंकड़ों की बात की जाए तो महिला अपराध के मामले मे मप्र अग्रणी राज्य हो चुका है l गुंडे, बाहुबली वा नेताओं के चरण चुम्बन करने वाले लोग आगे ही नहीं बढ़ने दे रहे बेटियों को l यह मामला किसी एक बेटी का नहीं बल्कि प्रदेश की उन सभी बेटियों का वा उनके माता पिता का है जो मेहनत कर अपनी बिटिया को अच्छी शिक्षा और संस्कार देते हैं ताकि वो आत्म निर्भर बन सके परन्तु ज़ब बेटी आत्म निर्भर होने लगती है तब समाज के ये दरिंदे बेटियों को उनके औरत होने की सजा देने पर अमादा हो जाते हैं|
तमाशबीन बनी पुलिस, शिकायत को पुलिस मानती है मौका
एक महिला प्रशासन के सामने न्याय की गुहार लगाती है लेकिन प्रशासन महिला की ना सुनकर दबंग अमित द्विवेदी की सुनती है l
क्या एक औरत का कथन एक पुरुष कर्मचारी ले सकता है
पद्मश्री विद्यालय की संचालिका पर पुलिस जबरन दवाब बनाने का प्रयास कर रही है आए दिन कोई न कोई पुरुष मुंशी संचालिका के कार्यालय मे आकर बैठ जाता है वा बयान देने को कहता है क्या एक शिक्षित वा गरिमामय पद का सृजन करने वाली महिला प्राचार्य का कथन पुरुष पुलिकर्मी ले सकता है पर शिवराज के राज्य मे हाथी को गधा गधे को हाथी वा कपडे को साँप बनाकर दिखाया जाता है पद्म श्री विद्यालय की संचालिका की तरफ से प्रशासन से यही मांग है की आरोपी अमित द्विवेदी, उसकी पत्नी वा उसके सरपंच ससुर के ऊपर आपराधिक प्रकरण कायम कर महिला संचालिका की बकाया शुल्क अदा करवाई जाय ताकि एक सुशिक्षित प्रदेश की बेटी मेहनत लग्न वा सच्ची श्रद्धा से आत्म निर्भर बन सके|

संवाददाता रिपोर्टर राजीव तिवारी

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