कैसे बढेगा भू – जलस्तर : शासकीय कार्यालय ,निजी भवनों में नही बने हार्वेस्टिंग सिस्टम ।भवन निर्माण अनुमति के समय कागजो में नपा रखती है शर्त इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन गंभीर नही ।

नौगांव । भूमिगत जलस्तर बढ़ाने एबं जलसंरक्षण को लेकर सरकार द्वारा लोगो को जागरूक कर तमाम अभियान चलाए जाते है लेकिन जलसंरक्षण भूमिगत जलस्तर बढाने में जब स्थानीय प्रशासन ही गंभीर नही है। भले ही वर्षा का जल संचयन सहित अन्य विधियों के माध्यम से जल संरक्षण कर जलस्तर बढ़ाने एबं जलस्रोतों को लंबे समय तक जीवित रखने की सरकार द्वारा लोगो सीख दी जाती है लेकिन सरकारी अमला ही इसके प्रति सजग नही है नगर के कुछ सरकारी विभागों में नाम मात्र के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए गए है लेकिन अधिकांश शासकीय कार्यालयों एबं भवनों में ही रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नही है यही स्थिति नगर में निर्मित मकानो एबं भवनों की है मजे की बात भवन निर्माण की अनुमति के समय नपा यह शर्त रखती है क्या यह कागजो तक ही सीमित है ऐसे में जब शासन के नुमाइंदे में ही जागरूकता नही है तो आमजन से किस प्रकार की उम्मीद की जा सकती है ।
नगरपालिका शुल्क लेने के बाद भी नही देती ध्यान नपा द्वारा दी जाने बाली मकान निर्माण की स्वीकृति में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण नियमानुसार जरूरी है इसके लिए नपा द्वारा मकान की अनुमति देने के दौरान निर्माणकर्ताओ से शुल्क जमा कराया जाता है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने पर नपा द्वारा यह राशि लौटने का प्रावधान है कई लोगो के हजारों रुपए नपा के पास जमा है लेकिन किसी के द्वारा भी राशि बापसी की मांग नही की गई नगर के कितने भवनों में सिस्टम लगाएगए है इसका रिकार्ड नपा के पास नही है। जब नपा सीएमओ निरंकार पाठक से जब बात की तो बोले कि जानकारी लेकर अवगत कराएँगे की नगर में कितने भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम है ।कई विभागीय कार्यालय भवन इससे अछूते नगर के कई शासकीय विभागीय कार्यालय इससे अछूते है इक्का दुक्का कार्यालय भवन को छोड़ दिया जाए तो किसी भी कार्यालयो में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नही है ।पक्की सड़को से बारिश का पानी वह जाता है नगर सहित क्षेत्र में संचालित शासकीय कार्यालय के भवनों में ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नही है नगर के अधिकांश शासकीय भवनों में जलसंरक्षण के लिए शासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की गई है मात्र छत से पानी को वाहर निकालने के लिए कार्यालयों व भवनों में छोटे छोटे पाइप लाइन लगा दिए गये है जिससे बारिस का पानी सड़कों से बहकर निकल जाता है ।वारिश के पूर्व बने सिस्टम की व्यवस्था तो बने बात अभी मानसून आने में महज कुछ दिन शेष है। ऐसे में सरकारी अमले को चाहिए कि लोगो को जागरूक कर अपने विभागों में इसकी पहल शुरू की जाए जबकि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम निर्माण में अधिक समय मेहनत या लागत भी नही है ऐसे में बारिश के पूर्व वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सभी विभागों एबं सार्वजनिक स्थलों में लगाए जाए तो जल का संचयन किया जा सकता है इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी अधिनीस्थो को आदेशित किए जाने की जरुरत है एवं नय भवन निर्माणों का निरीक्षण कर नपा को जांच करानी चाहिए जिससे यह पता चल सके कि कितने भवनों में सिस्टम लगाय गए है । साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की तमाम योजनाओ का संचालन करने बाली जनपद पंचायत भी जलसंरक्षण को लेकर गंभीर नही है जनपद पंचायत के कार्यालय में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए कोई भी संसाधन नही है जबकि भवनों की छत पर कुछ फिट की दीवार बनाकर जल को एकत्रित कर पास में सोखता गठ्ठा निर्मित कर जलसंरक्षण किया जा सकता है । वही ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायत भवनों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नही है ।
इनका कहना भवन निर्माण के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य है ।उसके लिए 10 हजार रुपये भी जमा कराए जाते है और जो भवन निर्माणकर्ता स्याम का वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाता है उसके रुपये वापिस करने का प्रावधान है इस मौसम में जनशक्ति योजना के अंतर्गत यह अभियान चलाया जाएगा और भवन निर्माताओं को भी निर्देशित किया जयेगा एवं सभी कार्यलयों में भी बनवाये जायेगे निरंकार पाठक नगरपालिका सीएमओ नौगांव सभी शासकीय कार्यालयो में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जायगे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए सभी संबंधित विभागों व नव निर्मित कार्यालयो भवनों को निर्देशित किया जाएगा ।विनय दुवेदी एस डी एम नौगांव ।
उमंग शिवहरे
इंडियन टीवी न्यूज
ब्यूरों चीफ छतरपुर