
व्यूरो चीफ महोबा
तीरथ सिंह यादव
ढाई माह से लिवइन रिलेशनशिप में रह रहा था कपल
महोबा। कस्बा चरखारी में लिवइन में रहने वाले कपल के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो जाने के पहले युवक ने कमरे में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और इसके बाद प्रेम को मानने पहुंची प्रेमिका ने जब उसे फांसी पर लटका देखा तो उसने भी दूसरे कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी। युवती के परिजनों और मोहल्ले वासियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों से घटना के संबन्ध में पूछताछ में जुट गई है।
गौरतलब हो कि चरखारी के मोहल्ले चिंतेपुरा निवासी धीरेन्द्र(18) पुत्र सुरेंद्र कुमार और सोनिया(16) पुत्री अजय कुमार निवासी ग्राम चंद्रपुरा दोनों की मुलाकात एक शादी समारोह में हुई थी और धीरे धीरे मुलाकात शुरू होने के बाद एक दूसरे से प्रेम करने लगे। जब परिजनों को इसकी सूचना हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया, लेकिन सोनिया की जिद के आगे उसके पिता को झुकना पड़ा और ढाई माह पहले बेटी को प्रेमी के पास छोड़ दिया तबसे दोनो लोग लिवइन में रहने लगे। शुक्रवार रात करीब साढ़े 10ः30 बजे सोनिया और धीरेन्द्र खाना खाने के बाद कमरे में चले गए। इसी बीच सोनिया ने कोल्डड्रिंक पीनी की बात कही, जिस पर धीरेंद्र ने ज्यादा रात होने पर दुकान बंद होने की बात कही। इसी बात को लेकर दोनो में बहाश होने लगी और दोनो झगड़ने लगे। धीरेंद्र को इतना गुस्सा आया कि वह ऊपर वाले कमरे में गया और वहां पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर बाद गुस्सा शांत होने के बाद सोनिय उसे मनाने के लिए ऊपर वाले कमरे में पहुंची तो धीरेंद्र के शव को फांसी से लटकता देख सन्न रह गई। सोनिया चिल्लाते चिल्लाते हुए नीचे आई और दादी मानकुंवर को घटना की जानकारी दी।
घर से जोर जोर से रोने की आवाज और चीख पुकार सुनाई दी तो मोहल्ले के लोग भी ऊपर वाले कमरे में पहुंचे और देखा कि धीरेंद्र का शव फांसी से लटक रही था। वहीं सोनिया इस हादसे को सहन नहीं कर पाई और नीचे कमरे में जाकर उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घर में हुई दो मौतों को देखकर दादी बेहोश हो गई। परिजनों और मोहल्ले वालों घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस द्वारा परिजनों और मोहल्ले वालों से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। बताया जात है कि घटना के समय धीरेन्द्र के माता पिता शादी समारोह में शामिल होने बाहर गए हुए थे और उसका बड़ा भाई दिल्ली में रहता है। घर में केवल दादी मौजूद थीं। मोहल्ले के लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि दोनों एक दूसरे से इतना प्रेम करते थे उसके बाद क्यों ऐसा कदम उठा लिया।