नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज
ब्यूरो हजारीबाग
विभावि अंग्रेज़ी विभाग में आयोजित हुआ यूफोरिया 2.0
कुलपति ने कहा ऐसे साहित्यिक आयोजन विद्यार्थियों में संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण को प्रखर करता है:
कविता पाठ, एकांकी, कॉमेडी तथा मिमिक्री की हुई प्रस्तुति
हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग द्वारा द्वितीय वार्षिक साहित्यिक महोत्सव, यूफ़ोरिया 2.0, का भव्य आयोजन बुधवार को विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में किया गया। इसका उद्घाटन कुलपति प्रो. चंद्र भूषण शर्मा ने किया। अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष डॉ. रिज़वान अहमद ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कुलपति सहित सभी अतिथियों का अभिनंदन पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। विभागाध्यक्ष ने विभाग की शैक्षणिक उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यूफ़ोरिया जैसे आयोजन विद्यार्थियों में भाषा, अभिव्यक्ति और सृजनशीलता के समन्वय को विकसित करने का सशक्त माध्यम हैं।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. चंद्र भूषण शर्मा ने अंग्रेज़ी विभाग द्वारा ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने पर विभाग की सराहना की। कुलपति ने कहा कि साहित्यिक आयोजन न केवल विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास को बल प्रदान करते हैं, बल्कि यह संवेदनशीलता, जीवन-मूल्यों और मानवीय दृष्टिकोण को भी प्रखर करते हैं। यूफ़ोरिया जैसा आयोजन पाठ्यक्रम से परे जीवन के वास्तविक अर्थ को तलाशने का अवसर देता हैं।
महोत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने अंग्रेज़ी कविता-पाठ, एकांकी (वन-ऐक्ट प्ले), कॉमेडी, मिमिक्री और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं जिसने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतिभागियों की भाव-प्रवण प्रस्तुतियों ने सभागार में साहित्यिक चेतना का संचार किया।
वहीं विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कुलपति एवं विभागाध्यक्ष द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन में विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग के प्राध्यापक डॉ. गंगानंद सिंह, डॉ. नीरज एवं उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. एस. ज़ेड. हक़ सहित अन्य संकाय सदस्य एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। मंच संचालन की जिम्मेदारी ऋजु और स्वाति ने अत्यंत कुशलता के साथ निभाई।
शोधार्थीयो मे फिरदौस शहनाज , रूस्तम अंसारी, फ़हीमा प्रवीन, सबा फिरदौस, साथ ही विद्यार्थियों मे अनिल, संकेत, रोशन, शिवम, आशीष, कनीज़ फ़ातिमा सहित कई अन्य छात्र-छात्राओं का योगदान सराहनीय रहा।