
नरेश सोनी
इंडियन टीवी न्यूज
ब्यूरो हजारीबाग
कर्णपुरा महाविद्यालय में भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग, बड़कागांव के ग्रामीणों ने कुलपति से की मुलाकात
हजारीबाग : बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न गांवों से आए प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल आज विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति से मिला और उन्हें बुके भेंट कर स्वागत किया। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य करणपुरा डिग्री महाविद्यालय में व्याप्त गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों पर विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करना था।
ग्रामीण प्रतिनिधियों ने कुलपति को एक ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि कर्णपुरा डिग्री कॉलेज में डिग्री वितरण, नियुक्तियों, समिति गठन और सरकारी अनुदानों के मामले में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि करोड़ों रुपये की सरकारी राशि का गबन किया गया है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि पहले से स्थापित कर्णपुरा इंटर महाविद्यालय की भूमि, भवन और स्टाफ को ही डिग्री कॉलेज के रूप में दर्शा कर अवैध तरीके से विश्वविद्यालय से मान्यता हासिल की गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि महाविद्यालय की मान्यता के लिए मात्र 4 डिसमिल भूमि को फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए 1 एकड़ 4 डिसमिल दिखाया गया, जो कि एक गंभीर दस्तावेज़ी अपराध है।
प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग की, साथ ही दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की अपील की।
कुलपति महोदय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सभी आरोपों की जांच करवाई जाएगी और यदि कोई दोषी पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुखिया बसंत नारायण सिंह, अनिरुद्ध कुमार दांगी, मोहम्मद इब्राहिम, सोनू इराक़ी, पारस कुमार साहू, अक्षय पांडे, आशीष यादव, सतीश कुमार दास सहित अनेक ग्रामीण शामिल थे।
कुलपति से मिले आश्वासन पर ग्रामीणों ने संतोष व्यक्त किया और विश्वास जताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ कार्य करेगा, जिससे शिक्षा की गरिमा बनी रहे और भ्रष्टाचार पर प्रभावी रोक लगे।