
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल हजारीबाग की व्यवस्था सुधारने को लेकर सांसद मनीष जायसवाल बेहद गंभीर ।
हजारीबाग: बुधवार की रात्रि में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लेबर रूम में घटी अमानवीय घटना के बाद पूर्व निर्धारित समय पर सांसद मनीष जायसवाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरीटेंडेंट डॉ.अनुकरण पूर्ति के ऑफिस पहुंचे। इसकी जानकारी सुपरिंटेंडेंट को भी थी लेकिन वह खुद लापता हो गए। जबकि खुद सांसद मनीष जायसवाल ने गुरुवार की सुबह ही उन्हें कॉल करके कार्यालय में रहने को कहा था। गुरुवार के शाम को सांसद मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने भी उन्हें कॉल करके जानकारी दिया था कि शुक्रवार की सुबह सांसद आपके कार्यालय कक्ष में आयेंगे। बाबजूद इसके बिना कोई जानकारी दिए सुपरिटेंडेंट अनुपस्थित रहे ।
सुप्रिटेंडेंट के अनुपस्थित रहने बाद सांसद मनीष जायसवाल ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सह शिक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशक डॉ. एस.के. सिंह को बुलवाया और उन्हें लम्बी फटकार लगाई। मौके पर लापरवाही बरतने वाले लेबर रूम डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ.रामेश्वरी बेग, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ एके सिंह को बुलाया गया। जहां कुव्यवस्था की पोल खुल गई। पाया गया कि सुरक्षा का आड़ लेकर चिकित्सक रात में लापता रहते हैं। अगर घटना के दिन डॉ. आकांक्षा सुरक्षा की आड़ लेकर लापता थी तो इसका मतलब है कि हर रात को चिकित्सक इसी आड़ में लापता रहते होंगे। क्योंकि इसकी पुष्टि एचओडी डॉ. रामेश्वरी बेग ने किया है। सांसद के दबाव पर प्रिंसिपल सह शिक्षा स्वास्थ्य निदेशक डॉ.एस.के. सिंह ने तीन लोगों से शोकॉज किया है। जिसमें सुपरिंटेंडेंट डा. अनुकरण पूर्ति, एचओडी डॉ.रामेश्वरी बेग और रोस्टर के मुताबिक ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉ.आकांक्षा शामिल हैं ।
मौके पर ही सांसद ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को फोन लगा दिया। जहां डॉक्टर इरफान अंसारी ने भी असुरक्षा का हवाला देते हुए डॉक्टर के पक्ष में खड़े हो गए। जबकि डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ही अस्पताल में 20 होमगार्ड 20 आउटसोर्स एजेंसी से सिक्योरिटी गार्ड और चार एक का पुलिस पिकेट संचालित है। जिसमें सरकार का हर मांह 8 से 10 लाख रुपए उनके वेतन और मानदेय में खर्च हो रहा है। इसके बावजूद भी अगर अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और इस बात की पुष्टि राज्य का स्वास्थ्य मंत्री कर रहा है तो फिर इन सिक्योरिटी गार्ड और गृह रक्षक की तैनाती का क्या औचित्य है यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है ।
मौके पर सांसद मनीष जायसवाल ने बताया कि जरूरतमंद मरीजों के साथ किसी प्रकार का चिकित्सीय खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हजारीबाग में जरूरतमंद मरीजों के हितार्थ हम एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि के नाते सजग रहें हैं और रहेंगे ।
मौके पर सांसद मनीष जायसवाल के साथ विशेषरूप से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, भाजपा नेता अर्जुन साहू, अजय कुमार साहू, मुकेश साव और पीड़ित मरीज के परिजन मौजूद रहें ।