आदिवासी हैं तो क्या सुनाई नहीं होगी क्या आदिवासी जाति में जन्म लेना को पाप हो गया क्या।
कई दिन बीत जाने के बाद भी थाने पर कोई सुनवाई नहीं ऐ कैसा न्याय दतिया जिला में दतिया जिला में आदिवासी जाति रहना गुनहा है क्या मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी अगर ऐसा नहीं तो अभी तक दतिया जिला के उनाव थाने पर एक गरीब परिवार की रिपोर्ट दर्ज तक नहीं हो रही है
रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए दर-दर भटकता है फरियादी
एक मामला है उनाव थाने का 27 तारीख मई मंगलवार की रात को एक्सीडेंट हुआ था बालकिशन आदिवासी का जो अभी तक थाने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई ना रिपोर्ट दर्ज की गई।
*पता चला है की इसकी वस है वह थाने के खास है पहले डायल 100 भी चलाते थे इसलिए थाना प्रभारी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रहे*।
उनाव क्षेत्र की जनता ने उन्नाव थाना प्रभारी और उन्नाव पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप जैसे जुआ के फाड़ रेत का अवैध उत्खनन जैसे गंभीर आरोप।
क्या अब दतिया जिला में थाने गरीब परिवार की रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी अगर ऐसा नहीं है तो इस गरीब आदिवासी की रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं अभी तक।
उनाव ग्रामीण जनता ने आरोप लगाया थाना प्रभारी जी थाने में रहते ही नहीं है।
उनाव थाना क्षेत्र में खुलेआम जुआ के फड़ संचालित हो रहे रेत का अवैध खनन जोरों पर और अगर कोई गरीब परिवार के साथ कोई घटना घटित होती है तो थाना उनाव पुलिस के द्रारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है करवाई तो छोड़ो रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की जाती है।
इससे सावित होता है उनाव थाने की पुलिस गुंडे माफिया को बड़वा दे रही है।
यह गरीब परिवार दतिया पुलिस अधीक्षक के पास भी गुहार लगा कर थक गया पर अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी इस गरीब आदिवासी परिवार को कब न्याय मिलेगा और थाने पर कब रिपोर्ट दर्ज होगी उनाव पर।
जब इस संबंध में मिडिया ने मध्यप्रदेश के आदिवासी नेताओ से बात की तो उन्होंने बताया अभी ऐसा कोई ममाला संज्ञान में नहीं आया था अब आया है और इस संबंध में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी को अवगत कराया जायेगा और अगर करवाई नहीं होती है तो आदिवासी समुदाय उनाव और दतिया की सड़कों पर होगा लाखो मे होगा इसका जिम्मेदार उनाव थाना प्रभारी और दतिया पुलिस अधीक्षक जी होंगेß।