अकरम खान पटेल की रिपोर्ट
बैतूल। ग्रामीण अंचलों में भी प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं बशर्ते उन्हें सही मार्गदर्शन व संसाधन मिल सके तो बड़ी से बड़ी सफलता भी प्राप्त की जा सकती है। ऐसा ही मामला मजदूर माता-पिता के जरूरतमंद परिवार की छात्रा ढोडवाड़ा स्कूल में कक्षा 10वीं में अध्ययनरत रहते हुए शालेय कबड्डी प्रतियोगिता में संभाग से राज्य स्तर तक चयनित होकर खेल जगत में नाम करते हुए जिले का नाम रोशन किया। परन्तु आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण और स्वास्थ्य खराब होने के कारण बोर्ड की परीक्षा में सफलता प्राप्त नहीं कर पाई। द्वितीय अवसर की परीक्षा में भी पैसों की कमी के कारण वह परीक्षा का फार्म नहीं भर पा रही थी। जब यह जानकारी स्कूल के वाट्सएप ग्रुप में चली तो संस्था में पदस्थ शिक्षक मदनलाल डढोरे ने अवकाश का दिन होने के बाद भी संबंधित छात्रा व परिजनों से गांव जाकर मुलाकात कर राज्य स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी छात्रा को आर्थिक सहयोग कर फार्म भरवाया। अब छात्रा द्वितीय अवसर की परीक्षा में सम्मिलित हो पाएगी। पूर्व में भी श्री डढोरे बच्चों के हित में ऐसे उल्लेखनीय कार्य करते रहें हैं। शिक्षक की यह दरियादिली की खबर ग्रामीणों व अन्य शिक्षकों को पता चली तो सभी ने श्री डढोरे की प्रयास की सराहना करते हुए अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायी बताया। छात्रा व उनके परिवारजनों ने कहा कि ऐसे शिक्षक ही समाज को दिशा देने में सफल होते हैं व भविष्य में इनका यह प्रयास अन्य शिक्षकों को प्रेरित करता है।