गोंदिया: एक करोड रुपए नगद के बदले 10 कंटेनर चावल के मामले में धोखाधड़ी की शिकायत शहर पुलिस थाने में दर्ज की गई थी। एक व्यापारी से एक करोड रुपए नगद के बदले 10 चावल से भरे कंटेनर दिलवाने की बात कह कर 23 सितंबर को दोपहर 4:00 बजे गोंदिया के अप्सरा वाइन शॉप जय स्तंभ चौक के समीप एक कपड़े की थैली व दो चावल की बोरी में एक करोड रुपए नगद आरोपी रामेश्वर धुर्वे वह हेमलता बेस को दिया।
इस मामले में गोंदिया पुलिस ने खुलासा करते हुए जानकारी दी कि यह चावल का नहीं ब्लैक मनी डबल देने के मामले का खुलासा हुआ व इस मामले अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है की आमगांव वार्ड नंबर 2 लांजी रोड निवासी वीरेंद्र राधेश्याम लिल्हारे उम्र 45 वर्ष द्वारा गोंदिया शहर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि कि आरोपी दीप्ति मिश्रा सिविल लाइन गोंदिया निवासी, रामेश्वर धुर्वे वह हेमलता बैस दोनों छिंदवाड़ा निवासी द्वारा उसे विश्वास में लेकर एक व्यापारी से एक करोड रुपए नगद के बदले 10 चावल से भरे कंटेनर दिलवाने की बात कह कर 23 सितंबर को दोपहर 4:00 बजे गोंदिया के अप्सरा वाइन शॉप जय स्तंभ चौक के समीप एक कपड़े की थैली व दो चावल की बोरी में एक करोड रुपए नगद आरोपी रामेश्वर धुर्वे वह हेमलता बेस को दिया।
इस दौरान दीप्ति मिश्रा भी उनके साथ गाड़ी में बैठी थी। जिस पर उन आरोपियों ने वह पैसा आरोपी महेंद्र सिंह मल्होत्रा अंदाज और उम्र 40 वर्ष चंडीगढ़ पंजाब निवासी वह एक अन्य अनजान व्यक्ति को दिए तथा वे दोनों ऑटो से पैसा लेकर निकल गए किंतु काफी समय तक फरियादी के राइस मिल में चावल में भरे कंटेनर नहीं आने पर फरियादी द्वारा आरोपियों को बार-बार फोन किया लेकिन उसके बाद उनका फोन बंद दिखाई दिया जिससे उसके साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी सामने आने पर 24 सितंबर को शहर पुलिस थाने में शिकायतकर्ता ने आरोपी क्रमांक एक रामेश्वर धुर्वे उम्र 42 वर्ष हेमलता बैस अंदाजन उम्र 42 वर्ष निवासी छिंदवाड़ा वह अन्य तीन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318, (4)3 (5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
लेकिन विरेंद्र लिलारे बराबर बयान को बदल रहा है जिस प्रकार से मीडिया में न्यूज आ रही है की, 1 करोड़ रुपए के बदले 2 करोड़ रुपए मिलेंगे कभी सूटकेस में 500 रुपए के असली नोट के साथ 500 रुपए की चाईल्ड नोट मीडिया में दिखा रहे है।
इस प्रकार से यह समझ नहीं आ रहा है कि मामला क्या है।
शहर में यह खलबली मची है कि , यह अंतरराज्यीय नकली नोटों का कारोबार तो नहीं है। जब तक मुख्य आरोपी मिलता नहीं तब तक खुलासा नहीं हो सकता इस मामलेमें सीबीआई ने अंतरराज्यीय गिरोह पर किसी प्रकार का दखल नहीं दिया। तथा इनकमटैक्स 1 करोड़ रुपए नगदी व्यवहार के ऊपर किसी भी प्रकार की कारवाई नहीं कर रही है। विरेंद्र लिलारे वादी को 1 करोड़ रुपए देने में किन व्यक्तियों का हाथ है, अभी तक खुलासा नहीं हुआ।
नोटों के अदला बदली में शहर के राजनेता एवं मुंबई मंत्रालय तक लिंक जुड़ी तो नहीं हैं।
इसलिए यह अंतरराज्यीय नोटों का अदला बदली कारोबार कितने दिनों से चल रहा है इस की भी सीबीआई जांच करने की जरूरत है। और इस तरफ केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच समिति गठित करके उच्चस्तरीय जांच हो यह जनता की मांग है।
देखना यह है कि पुलिस जांच में विरेंद्र लिलारे ने जिन जिन लोगों का नाम 1 करोड़ रुपए दिए करके बताया उन लोगों पर करवाई होंगी या नहीं जिन लोगों ने वादी को यह नोट कारोबार में नाम गुप्त है , क्या उनके नाम पुलिस सामने लाएगी यह देखना जरूरी है। देखेंगे अगली एपिसोड में।
संवाददाता तामेश्वर पंधरे गोंदिया जिला ब्यूरो चीफ