सनातन धर्म विश्व का इकलौता कल्याणकारी धर्म कविता तिवारी
नन्दगोपाल पाण्डेय ब्यूरोचीफ सोनभद्र
राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत राष्ट्रीय प्रचारक कविता तिवारी
सनातन धर्म की विशेषता पर चर्चा करते हुए कहा कि सनातन धर्म दुनियां का एक ऐसा इकलौता धर्म है जो विश्व के कल्याण की भावना से निहित है वर्तमान परिवेश में परिस्थितियां सनातन धर्म के विपरीत चल रही है कुछ हिन्दू ही सनातन का विरोध करने लगे हैं किंतु वह भूल रहे हैं जिस सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं उसके जैसा संसार में कोई धर्म नहीं है और न होगा। दुनियां के अन्य धर्म जहां सिर्फ अपने अनुयायियों के कल्याण की बात करते हैं वहीं सनातन धर्म विश्व कल्याण की भावना से निहित है धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना की भावना सिर्फ सनातन धर्म ही करता है
यही नहीं जहां विश्व के अन्य धर्म, धर्म परिवर्तन पर जोर देते हैं वही सनातन धर्म ऐसी विचारधारा नहीं रखता है किसी भी प्राणी को धर्म अपनाने के लिए कभी बाध्य नहीं करता है फिर आज के युग में सबसे ज्यादा विरोध सनातन का ही हो रहा है
सनातन धर्म का विरोध सिर्फ राजनैतिक साज़िश के तहत लोगों द्वारा करवाया जा रहा है मै तो सिर्फ़ इतना ही कहूंगी कि भारतीय संस्कृति का श्रृंगार है सनातन धर्म। बिना सनातन धर्म के भारतीय संस्कृति की कल्पना करना भी असंभव होगा।
सनातन धर्म से ही भारतीय संस्कृति धरोहर शेष है आज विश्व पटल पर धार्मिक दृष्टि से भारत की छवि सनातन धर्म से ही है ,अन्य देशों में सनातन धर्म जी लोग अपना रहे हैं जबकि भारत में वोट बैंक की राजनीत में धर्म जाती देवी देवता,पर अशोभनीय भाषा सोशल मीडिया पर वायरस हो रही है जो गिरी मानसिकता का परिचायक है हमे ऐसे लोगों से दूर रहना होगा जो देश में जातीयता,फैला कर सनातन धर्म पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं
सभी सनातनी बहनों भाइयों से अपील करूंगी कि आप लोग सनातन की रक्षा के साथ साथ प्रचार प्रसार एवं सनातन के त्योहारों को पूरे हर्षोल्लास से मनाएं।