संवाददाता,तारिक अहमद
किसान पीजी कॉलेज बहराइच में गृह विज्ञान विभाग द्वारा विश्व वीगन दिवस मनाया गया जिसमें छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के साग सब्जियां से पोषक आहार बनाएं और वीगन दिवस क्यों मनाया जाता है तथा इससे हमारे जीवन पर क्या असर पड़ता है इन सब पर चर्चा की। आपको बता दें कि 1 नवंबर को पूरे विश्व में वीगन डे मनाया जाता है, शाकाहारी जीवनशैली, पशुओं, स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए इसके अनेकों लाभों को बढ़ावा देने के लिए इसे एक वैश्विक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी स्थापना 1994 में द वेगन सोसाइटी द्वारा “शाकाहारी” और “शाकाहारीवाद” शब्दों की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में की गई थी। यह दिन लोगों को पादप-आधारित आहार और उत्पादों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिसमें मांस, डेयरी और अंडे जैसे सभी पशु उत्पाद शामिल नहीं होत हैं
जिसमें केवल पौधे-आधारित उत्पादों का उपभोग और उपयोग करना शामिल है। संभावित स्वास्थ्य लाभों की ओर ध्यान आकर्षित करता है, जैसे कि हृदय रोग और मधुमेह जैसी कुछ बीमारियों को कम किया जा सकता है। शाकाहारी आहार अधिक टिकाऊ हो सकता है और इसका पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ता है। पशु कल्याण का समर्थनः इसका मुख्य विषय और पशुओं के प्रति सहानुभूति उनके अस्तित्व को बढ़ावा देना है, क्योंकि शाकाहार भोजन, कपड़े और अन्य उत्पादों के लिए पशुओं के शोषण को समाप्त करता है तथा नवाचार को प्रोत्साहित करता है ।
वीगन दिवस कैसे मनाएँ
मित्रों और परिवार के साथ साझा करने के लिए शाकाहारी भोजन का आयोजन करें। स्वयं को या दूसरों को एक निश्चित अवधि, जैसे कि5, 10, दिन, के लिए शाकाहारी आहार अपनाने की चुनौती दें। अपने-अपने घरों में नए पौधे-आधारित व्यंजनों का स्वाद ले।
किसान पीजी कॉलेज में ग्रह विज्ञान विभाग द्वारा मनाए गए वीगन शाकाहारी दिवस पर विभाग प्रभारी डॉ तस्नीम फातिमा ज़ैदी ने बताया के हमे अपने प्रति दिन के आहारों में 70 प्रतिशत तक फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए इस कार्यक्रम में प्रथम वर्ष की छात्रा उमा मिश्रा, काली यादव, सोनाली , उपासना सहित अनेकों छात्राओं ने प्रतिभाग किया।