नरेश सोनी इंडियन टीवी न्यूज नेशनल ब्यूरो हजारीबाग
उपायुक्त ने की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
हजारीबाग: उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं नियमित स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त सभी आवेदनों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध मेडिकल उपकरणों के पूर्ण उपयोग एवं नियमित संचालन को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया।
उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि एनसीडी स्क्रीनिंग डेटा का एक सप्ताह के भीतर करेक्शन कर नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। छोटी समस्याओं का समाधान संबंधित पदाधिकारी अपने स्तर से प्राथमिकता के आधार पर करें। लेप्रोसी के संदेहित मामलों की स्क्रीनिंग आगामी 10 दिनों के भीतर शत-प्रतिशत पूर्ण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। फाइलेरिया एवं मलेरिया से संबंधित मामलों का डेटा कैप्चर कर स्क्रीनिंग कार्य को गति प्रदान की जाए।
उन्होंने बच्चों के टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने और शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही एमटीसी का नियमित निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग का भी निर्देश दिया गया। डॉक्टरों द्वारा किए गए स्कूल विजिट की एंट्री सुनिश्चित करने तथा ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत आए मोतियाबिंद मरीजों के डेटा का सहिया के माध्यम से क्रॉस वेरिफिकेशन कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
इसके अतिरिक्त, जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस सेवाओं, वैक्सीन प्रबंधन, ओपीडी संचालन, मशीनी उपकरणों और दवाइयों के बेहतर उपयोग व प्रभावी प्रबंधन पर भी जोर दिया गया। सभी एमओआईसी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया गया।
उपायुक्त ने विशेष रूप से टीबी मरीजों की निगरानी पर बल देते हुए सिविल सर्जन को इसकी साप्ताहिक समीक्षा करने का निर्देश दिया। बैठक के समापन पर उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों चिकित्सकों, नर्सों, एएनएम तथा सहिया को अपने दायित्वों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करने की हिदायत दी। कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई।
बैठक में उपायुक्त के साथ भू अर्जन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, डीपीएमयू, यक्ष्मा पदाधिकारी, मलेरिया पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।